
नई दिल्ली।19 सितंबर को बंगलुरू दौरे पर जा रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वदेशी तकनीक पर विकसित लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरेंगे। तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है।
इसके अलावा राजनाथ सिंह 28 सितंबर को मुंबई में नौसेना के लिए तीन परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे. वे स्कॉर्पियन क्लास की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को नौसेना में कमीशन करेंगे. इसके अलावा पी-17ए सीरीज का पहला युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि को लॉन्च किया जाएगा. इसी दिन रक्षा मंत्री विमानवाहक पोत के ड्राइडॉक की आधारशिला भी रखेंगे।
पिछले शुक्रवार को तेजस के नौसेना संस्करण की सफल अरेस्ट लैंडिंग की गई थी. इस लैंडिंग के दौरान नीचे से लगे तारों की मदद से विमान की रफ्तार कम कर दी जाती है. इस तरह से तेजस ने विमान वाहक पोत पर उतरने की अपनी काबिलियत दिखाई थी. जानकारी के मुताबिक, तेजस की स्पीड उस वक्त 244 किलोमीटर प्रति घंटा थी और सिर्फ 2 सेकंड में उसे जीरो कर लैंड करके दिखाया गया।
तेजस की खासियतें
-वायुसेना के सबसे ताकतवर एयर क्राफ्ट तेजस पलक झपकते ही आसमान की बुलंदियों में पहुंच जाता हैं।
-ये छोटा जरूर है लेकिन कई खुबियों से लैस है।
-200 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से आसमान का सीना चीर सकता है।
-ये 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
-9,5000 किलो वजन के साथ उड़ान भर सकता है।
-डर्बी और अस्त्र मिसाइल से लैस हो सकता है।
-लेजर गाइडेड बम से हमला करने में सक्षम।
-कम ऊंचाई पर उड़कर दुश्मन पर नजदीक से निशाना साध सकता है।
-इसकी लंबाई 13.20 मीटर है. ये 5,680 किलोग्राम भारी है. -इसकी सुपरसोनिक रफ्तार 1.8 मेक है।
-इसकी रेंज 3,000 किलोमीटर है।सौजन्य से पल पल इंडिया
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