डाला /सोनभद्र| डाला नगर में मोहर्रम पर ताजीया दारो द्वारा ग्यारह ताजीया निकाल कर नगर के विभीन्न जगहो का चक्रमण किया , इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजुद रहे,सुरक्षा व्यवस्था को मुक्कमल करने हेतु चौकी प्रभारी चन्द्रभान सिंह मय फोर्स मुस्तैदी से मौजुद रहे|
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस्लामी नये साल के पहले महीने में मुहर्रम का त्योहार मनाया जाता है जिसमे इमाम हुसैन की शहादत के रुप मे याद किया जाता है। इस्लाम का पहला महीना शहादत से शुरू होता है और कुरबानी के साथ ईदुल अजहा पर खत्म होता है।ताजीया नगर में सुबह सात बजे से चक्रमण करने के बाद सुबह के लगभग ग्यारह बजे ताजीयादारो ने ताजीया को चौक पर रख दी और दोपहर दो बजे पुनः चौक से उठा कर कर्बला में दफल करने को चले गये जो देर रात्रि मे समस्त ताजीयो को दफन कर दिया गया |गुलामे मुस्तफा उर्फ झंडु भाई के लठ्ठ बाजी की कला दशको से चली आ रही लठ्ठ बाजी शुरु होते ही या हुसैन या हुसैन की आवाज बुलंद होने लगी| इस दौरान मौलाना जुबेर आलम, जामा मह्जिद सदर मुस्तफा आमिल बेग, परवेज अहमद सोयेब, मम्मन, गुल्लु, युसुफ अली, साकीर, निजामुद्दीन, इकबारु ,कादिल आदि सैकड़ों लोग मौजुद रहे|