सोनभद्र।एक तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिला अस्पतालों को बेहतर इलाज के लिए सारी सुविधा मुहैया कराने की बात कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल कर्मियों व डॉक्टरों की लापरवाही से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ऐसा ही एक मामला जनपद सोनभद्र में देखने को मिला।
सोनभद्र जिला अस्पताल लोढ़ी में आज एक बीमार मां के साथ उसके दोनों कुपोषित बच्चे जीएम व सीएम इलाज कराने के लिए आए। जहां कुपोषित बच्चों को वार्ड में जगह ना होने के कारण दोनों बच्चों को नीचे जनरल वार्ड में भेज दिया गया ।जनरल वार्ड में मां को रहने के लिए एक बेड मिला ,लेकिन दोनों बच्चों को जमीन पर ही लिटा दिया गया और इलाज की कोई व्यवस्था नहीं कराई गई, ना ही दोनों बच्चों को कुपोषण वार्ड में भर्ती किया गया।
इस दौरान दोनों बच्चों को लेकर आए उसके मामा जितेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों बच्चे बीमार हैं, उनको लेकर ऊपर कुपोषित वार्ड में गया था, जहां पर सिस्टर ने वार्ड खाली ना होने की बात कह कर नीचे भेज दिया। यहां पर एक बेड मिला हुआ है,इसलिए दोनों बच्चे नीचे ही जमीन पर इलाज करा रहे हैं। वही इलाज कराने आई माँ सोनी ने बताया कि काफी कमजोरी महसूस कर रही है जिससे चलने -फिरने में दिक्कत हो रही है इसलिए वह इलाज करा रही है ।जब इस संबंध में जिला अस्पताल इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर संदीप से बात किया गया तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया और कहा कि मेरी ड्यूटी इमरजेंसी में है, मैं इसके संदर्भ में कुछ भी नहीं बता सकता हूं।