कुलडोमरी न्याय पंचायत के शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप का विरोध करने का निर्णय लिए हैं।

शक्तिनगर, (सोनभद़)
कोटा , कुलडोमरी न्याय पंचायत के शिक्षकों ने जिला एवं प़देश शिक्षक संघ के आह्वान पर प़ेरणा ऐप का विरोध करने का निर्णय लिए हैं।
शिक्षकों का कहना है कि सरकार का ध्यान अन्य विभागों की दुर्ब्यवस्थाओं की ओर नही है सिर्फ शिक्षक ही सरकार की दृष्टि में सबसे अधिक खटक रहे हैं। म्योरपुर ब्लाक के पूर्वमाध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष प़दीप सिंह ने कहा कि शिक्षकों से शिक्षण काम कम अन्य विभागों का काम अधिक लिया जाता है।शिक्षकों को स्कूलचलो अभियान,बालगणना, समाजवादी पेंसन, बृद्धा, विधवा पेंसन गणना,सोनवोदय के तहत गांव में घर-घर घूमकर सरकार द्वारा पदत्त सभी सुबिधाओं की गणना,आपदा राहत, पोलियों,फायलेरिया, किड़म दवा, वन बिभाग का बृक्षारोण ,पशु गणना आदि कामों की ड्यूटी मे लगा दिया जाता है।स्कूल में भोजन निर्माण कराने, बच्चों को खिलाने की जिम्मेदारी अध्यापक की है।यदि कहीं कुछ गड़बड़ हुआ तो निलम्बन से लेकर जेल जाने तक की पहली कार्यवाही अध्यापक पर होती है। इसके बाद विद्यालय के शिक्षण कार्य की गुणवत्ता एवं विद्यालय की बिना सफाई कर्मी सफाई कराने की जिम्मेदारी भी अध्यापकों की है। दो ,ढाई सौ छात्रों को एक या दो शिक्षक कैसे सम्भाल रहे हैं।सरकार,व विभाग का इसोर ध्यान नही है। घर से बीस, पचीसी किलोमीटर से अधिक दूरी जान हथेली पर लेकर जंगल, पहाड़ के दूरुह रास्तों से चलकर शिक्षक कैसे स्कूल पहुंच रहे हैं यह शिक्षक ही जानता है।जिले में आज भी ऐसे कई विद्यालय हैं जहां कभी भी कोई अधिकारी निरीक्षण करने नही गया।इन स्थानों पर बिजली,मोबाइल नेटवर्क सब गायब रहता है। सरकार के अध्पक विरोधी रवैये का अध्यापक विरोध करें गे।प़ेरणा ऐप के विरोध में अध्यापक दो सितम्बर से चार सितम्बर तक बांह में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे तथा पांच सितम्बर से शिक्षण कार्य न कर स्कूल मे बांह में काली पट्टी बांधकर बैठेंगे।इस अवसर पर कमला सिंह, आनन्द दूबे,सुनील शर्मा,राजेन्द़ दूबे,उमेश श्रीवास्तव, सावित्री देवी, अर्चना राय आदि उपस्थित रही।

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