सीएम की फाइल फोटो
लखनऊ।उत्तर प्रदेश सरकार का बुधवारको कैबिनेट विस्तार होने के पहले ही पांच मंत्रियों ने दिये इस्तीफे। बताते चले कि बुधवार की सुबह 11 बजे राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी। इससे पहले मंगलवार को पांच मंत्रियों ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया।2017 में भाजपा की यूपी की सत्ता में आने के बाद यह पहला कैबिनेट विस्तार है। पांच मंत्रियों के इस्तीफे के बाद सरकार में20 कैबिनेट, 9 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और13 राज्यमंत्री हैं।तीन कैबिनेट मंत्री और दो राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। इनमेंवित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्रीअनुपमा जायसवाल, खेल मंत्री चेतन चौहान, सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा और स्वाती सिंह शामिल हैं।
राजेश अग्रवाल ने इस्तीफे की वजह अपनी आयु को बताया है। उन्होंने कहा,’संगठन की 75 साल वाली जो पॉलिसी है, उसके तहत मैंने राज्य मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दे दिया। मैं75 वर्ष का हो गया हूं।’पिछले हफ्तेभाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भीपरिवहन मंत्री पदसे इस्तीफा दे चुके हैं।
लोकसभा चुनाव में तीन मंत्री बने थे सांसद
प्रदेश में 60 सदस्यीय मंत्रिपरिषद हो सकता है। योगी सरकार ने मार्च 2017 में जब शपथ ली थी,तब मुख्यमंत्री समेत 47 सदस्यीय मंत्रिपरिषद ने शपथ ली थी। इसमें तीन मंत्री सत्यदेव पचौरी, डॉक्टर एसपी सिंह बघेल और डॉक्टर रीता बहुगुणा जोशी ने सांसद चुने जाने के कारण त्यागपत्र दे दिया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जा चुका है।
तीन डिप्टी सीएम होने की कयास लगायी जा रही है
सूत्रों ने बताया कि 8 से 10 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। इसके साथ ही,दो डिप्टी सीएम के अलावा एक और डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा है। यहदलित वर्ग से होगा। राजनीति विश्लेषकों को मानना है कि भाजपा 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से टीम तैयार करने में जुट गई है।