श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष ,जानिए बांसुरी से जुड़े कुछ ऐसे ही उपायों के बारे

धर्म।हर साल जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है और सभी जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण जी की पूजा और व्रत करते हैं और श्रीकृष्ण जी की कृपा प्राप्त करते हैं। हर कोई अपने घर की सुख-शांति के लिए कई तरह के उपाय करते हैं जिससे सभी परेशानियों का अंत होता है। सभी जानते हैं कि श्रीकृष्ण जी को बांसुरी अति प्रिय थी, जिसे बजाकर वह सभी का मन मोह लेते थे। आज हम आपको बांसुरी से जुड़े कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताएंगे-

– मन में आनंद की अनुभूति होती है। बांसुरी का स्वर प्रेम बरसाता है इसलिए जिस घर में यह होती है या इसके स्वर गूंजते हैं उस परिवार में परस्पर प्रेम और उल्लास सदैव बना रहता है।

– यदि मानसिक तनाव अधिक रहता हो या पति-पत्नी के बीच अनबन रहती हो तो सोते समय सिरहाने से बांसुरी रखने से लाभ होगा पति-पत्नी में मनमुटाव दूर करने के लिए बांसुरी के साथ-साथ, वैवाहिक रिश्तों में मधुरता लाने के लिए उत्तर दिशा में नाचते हुए मयूर या राधा-कृष्ण की आलिंगनवद्ध पेंटिंग लगाना अच्छा होता है।

– संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों को श्रीकृष्ण के बालरूप या गाय-बछड़े की तस्वीर शयनकक्ष में लगानी चाहिए।

– बांसुरी शांति व समृद्धि का प्रतीक मानी गई है, अतः घर के मुख्य द्वार पर बांस की सुन्दर सी बांसुरी लटकाना समृद्धि को आमंत्रित करेगा जिससे परिवार पर श्री कृष्ण की कृपा बनी रहेगी एवं आर्थिक तंगी दूर होने में मदद मिलेगी।

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