नई दिल्ली।२२ अगस्त से शुरू होने वाली प्रधानमंत्री की तीन देशों की यात्रा धारा ३७० मसले पर पाक को और अलग थलग करने की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। यूएई , बहरीन और फ्रांस इस यात्रा की सूची में शामिल है। बहरीन और यूएई पाक के स्वाभाविक मित्र देश है। परंतु कश्मीर मसले पर जिस तरह यूएई के नेतृत्व वाले इस्लामिक देशों के संघ ने पाकिस्तान से किनारा कस लिया, मोदी सरकार की बहुत बड़ी कूटनीतिक विजय के रूप में देखी जा रही है। मोदी जहां यूएई की यात्रा दो बार पहले भी कर चुके है, बहरीन वो पहली जा रहे है। बहरीन में कई समझौतों के साथ , मोदी श्री नाथ जी के मंदिर के पुनर्निर्माण का शुभारंभ करेंगे।
22 अगस्त को पीएम पेरिस जायेगे , फिर वहां से यूएई और बहरीन। फिर पीएम 25 अगस्त को दोबारा पेरिस पहुंच जाएंगे और जी -7 देशों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को पटकनी देने के लिहाज से मोदी की ये तीन देशों की यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।