सोनभद्र।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 13 अगस्त को सोनभद्र के दौरे पर आएंगी। प्रियंका यहां बीते माह 17 जुलाई को घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में जमीनी विवाद में हुई 10 लोगों की हत्या के मामले पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगी। प्रियंका गांधी यहां दूसरी मर्तबा आ रही हैं। इससे पहले भी प्रियंका ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी और 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी थी।प्रियंका गांधी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिले थे। प्रियंका ने दोबारा दौरे का ऐलान किया है। ऐसे में एक बार फिर इस प्रकरण पर राजनीति तूल पकड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।
जमीनी विवाद में 10 लोगों की हुई थी हत्या
17 जुलाई को सोनभद्र जिले के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में प्रधान यज्ञदत्त भूर्तिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था। विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था। इसके बाद 19 जुलाई को प्रियंका गांधी सड़क मार्ग से सोनभद्र जा रही थीं। लेकिन उन्हें मिर्जापुर में रोक लिया गया था। कहा गया कि, सोनभद्र में धारा 144 लागू है। ऐसे में राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के आने पर प्रतिबंध है। प्रियंका सोनभद्र जाकर लोगों से मिलना चाहती थीं, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने उन्हें मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। यहां 24 घंटे के बाद प्रशासन ने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से प्रियंका की मुलाकात कराई गई थी। 26 घंटे के बाद प्रियंका ने धरना खत्म किया था। प्रियंका ने कहा था कि, इनके साथ घोर अन्याय हुआ है और हम इस घड़ी में उनके साथ हैं और उनकी लड़ाई लड़ेंगे।
मामले की जांच कर रही एसआईटी
बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने हत्याकांड की जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम व एसपी को हटा दिया था। इसके अलावा नौ गजेटेड व सात नॉन गजेटेड अधिकारियों पर भी कार्रवाई की थी। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है, जो अपनी रिपोर्ट तीन माह में सीएम को सौंपेगी। सीएम ने कहा था कि, इस कांड के लिए कांग्रेस सरकार की जिम्मेदार है, क्योंकि उन्हीं के सरकार में जमीनों को सोसाइटी के नाम दर्ज किया गया था।