भूत पर एफआईआर दर्ज कराने पहुँचा पीड़ित थाना

छत्तीसगढ़
बगीचा/साहीडांड़ ।छग के जशपुर जिले के बगीचा- साहीडांड़ क्षेत्र में पुलिस एक अजीबो-गरीब शिकयत लेकर फरियादी थाने पहुँचा। दरअसल एक ग्रामीण थाना शिकायत करने पहुंचा, उसका आरोप है कि भूत हम पर पत्थर बरसा रहा है। इससे बचने के लिए हम अपना घर छोड़ कर दर दर भटक रहे हैं,।लेकिन हम जहां भी जातें हैं, भूत वहीं आ कर हम पर पत्थर बरसाने लगता है।कुछ ऐसे ही अजीबो गरीब फरियाद लेकर एक ग्रामीण परिवार समेत गुरुवार को बगीचा थाना पहुंचा

इस फरियादी की दास्तां सुनकर थाना प्रभारी सहित मौके पर मौजूद सारे पुलिसकर्मी अवाक रहे गए, लेकिन परिवार की परेशानी को देखते हुए थाना प्रभारी उन्हें दिलासा देते हुए सहायता का भरोसा दिया है

मामला बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम भीतवाही निवासी रामकृपाल यादव ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बहन और वृद्ध माता पिता के साथ रहता है. साल भर पहले तक अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी बसर कर रहा था, लेकिन एक साल पहले उसके घर पर अचानक आसमान से पत्थर बरसने लगे

शुरुआत में इसे किसी की शरारत मान कर रामकृपाल ने पड़ोसियों की मदद से पतासाजी करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता ना मिलने पर शिकायत लेकर पंडरापाठ चौकी पहुंच गए. यहां से उन्हें सहायता नहीं मिली. पीडि़त का कहना है कि लाख प्रयास के बाद भी पत्थर बरसाने वाला उन्हें नजर नहीं आता है. उसने घर के आसपास नजर रखने का भी प्रयास किया. लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई

आसमान से बरस रहे इस पत्थर से उसकी बहन व माता-पिता चोटिल हो चुके हैं. मामले में कुछ रास्ता ना निकलता देख कर रामकृपाल ने झाड़ फूंक के लिए ओझा व बैगा से भी सहायता ली, लेकिन इन तमाम कवायदों का कोई नतीजा नहीं निकला और पत्थर बरसने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा. झाड़ फूंक के बावजूद राहत ना मिलने से भयभीत इस परिवार ने अपना घर बार छोड कर खरकोना स्थित अपनी बड़ी बहन के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए, लेकिन आसमान से पत्थर बरसने का सिलसिला यहां भी बंद नहीं हुआ।सोर्स ऑफ पलपल इंडिया।

6 बार स्थान बदला, जहां गया, वहां पर भी बरस रहे पत्थर

एक साल के दौरान रामकृपाल ने अपने परिवार की जान बचाने के लिए 6 बार स्थान बदल चुके हैं लेकिन जहां जाते हैं वहीं पत्थर की बरसात उनके पीछे-पीछे चली आती है। जिस घर में वे शरण लेते हैं,वहीं पत्थर की बरसात होने लगती है। इससे उनकी मदद करने से भी लोग अब कतराने लगे हैं. इन दिनों बगीचा के एक पंडा परिवार के घर में डेरा जमाए हुए हैं।लेकिन यहां भी पत्थर बरस रहे है

लेकिन जहां जाते हैं वहीं पत्थर की बरसात उनके पीछे-पीछे चली आती है। जिस घर में वे शरण लेते हैं,वहीं पत्थर की बरसात होने लगती है। इससे उनकी मदद करने से भी लोग अब कतराने लगे हैं. इन दिनों बगीचा के एक पंडा परिवार के घर में डेरा जमाए हुए हैं।लेकिन यहां भी पत्थर बरस रहे है।बहरहाल जो भी इसे अंधविश्वास कहे या हकीकत यह तो कह पाना मुश्किल है।

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