नई दिल्ली।भारत सरकार के जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के घोषणा के बाद से पाकिस्तान बौखला गया है।आज बुधवार को उसने भारत से सभी संबंध तोड़़ते हुए वाघा बॉर्डर बंद कर दिया है। बुधवार 7 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक हुई। पाकिस्तान ने भारत सभी राजनयिक संबंध तोडऩे का फैसला किया है। पाकिस्तान अब नई दिल्ली से अपना राजदूत वापस बुलाएगा और भारत के राजदूत को दिल्ली भेज देगा। साथ ही तय हुआ है कि भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार नहीं करेगा। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने का फैसला किया है।इससे पहले मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुलाया था। वहां प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि भारत सरकार कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन कर रही है। बकौल इमरान, बहुत गंभीर विषय पर चर्चा के लिए यह सत्र बुलाया गया है। भारत में भाजपा और संघ हिंदूत्व के एजेंडे पर चल रहे हैं और भारत में मुसलमानों को दबाया जा रहा है। चर्चा के दौरान एक-एक कर विपक्षी सदस्यों ने इमरान पर आरोप लगाया कि वे कश्मीर की स्थिति पर कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस पर तिलमिलाए इमरान ने कहा- आप मुझे पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं जैसे मैंने कुछ नहीं किया. अब क्या करूं, हिंदूस्तान पर हमला बोल दूं.।बताते चले कि हिंदुस्तान में ऐसा कही नही जहा मुसलमान को दबाया जा रहा हो ।अब हिंदुस्तान का आवाम शुकुन चाहता है।यह तय है जम्मू कश्मीर का विकाश होगा।