सावन के माह में 1 अगस्त को हरियाली अमावस्या पर 4 शुभ योग, पितर देवताओं की पूजा का दिन

सावन माह की अमावस्या पर किसी मंदिर में लगाएं एक पौधा

जीवन मंत्र डेस्क। नए माह अगस्त की पहली तारीख को सावन माह की अमावस्या है। इसे हरियाली अमावस्या कहते हैं। इस दिन चार शुभ योग एक साथ रहेंगे। ये योग हैं शुभ योग, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग और गुरु पुष्य नक्षत्र। इन योगों में किए गए पूजा-पाठ जल्दी सफल होते हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार जानिए इस अमावस्या पर कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं…

शिव-पार्वती की करें पूजा

सावन माह शिवजी को विशेष प्रिय है। इसी वजह से इन दिनों में भोलेनाथ की पूजा खासतौर पर की जाती है। अमावस्या तिथि पर शिवजी के साथ ही देवी पार्वती का पूजन अवश्य करें। पूजा में ऊँ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें। माता को सुहाग का सामान चढ़ाएं। शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करें। पंचामृत दूध, दही, घी, शहद और मिश्री मिलाकर बनाना चाहिए।

हरियाली अमावस्या पर किसी मंदिर में लगाएं पौधा

ये प्रकृति को कुछ देने का दिन है। इस दिन हरियाली बढ़ाने के लिए कम से कम एक पौधा किसी मंदिर में लगाएं। मंदिर में जैसे-जैसे पौधा बड़ा होगा, वैसे-वैसे आपको सकारात्मक फल मिल सकते हैं। छायादार वृक्ष का पौधा लगाएंगे तो मंदिर में आने वाले भक्तों को गर्मी के दिनों में राहत मिलेगी।

पितर देवताओं की पूजा करें

अमावस्या तिथि पर घर के मृत सदस्यों को याद किया जाता है। पुरानी मान्यता के अनुसार परिवार के मृत सदस्यों को ही पितर देवता कहा गया है। अमावस्या तिथि पर पितरों के लिए धूप-ध्यान करना चाहिए। इस दिन पितरों के श्राद्ध और तर्पण आदि पुण्य कर्म किए जाते हैं।

कुंवारी कन्याएं करती हैं मनचाहे वर के लिए व्रत

हरियाली अमावस्या पर मां पार्वती की पूजा करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिल सकता है। ऐसी मान्यता पुराने समय से चली आ रही है। विवाहित महिलाएं भी इस तिथि पर व्रत करती हैं और देवी मां की पूजा करती है। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुखी बना रहता है।सोर्स ऑफ दैनिक भाष्कर।

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