दुद्धि सोनभद्र। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन,ग्राम्य विकास विभाग के अंतर्गत इन्टेन्सिव ब्लॉक दुद्धि के ग्राम खजुरी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह से जुड़े उद्यमियों का तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण जो दिनांक 27 जुलाई दिन शनिवार को बीआरसी खजुरी के प्रशिक्षण हॉल में शुरू की गई थी का आज दिनांक 29 जुलाई 2019 को दिन रविवार को समापन किया गया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत (स्टार्ट-अप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम) के परियोजना प्रबंधक प्रत्युष त्रिपाठी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया एवं प्रतिभागियों से सवाल पूछकर उनके अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त किये। प्रतिभागी उद्यमी राजपति ने अनुभव बताने के क्रम में बताई की स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम स्वयं सहायता समूह से जुड़े महिला उद्यमियों के लिए वरदान है। महिलाएं 1प्रतिशत मासिक व्याज दर पर उद्यमी निधि के रूप में ऋण प्राप्त कर अपने मनोनुकूल उद्यम कर पाती है । परियोजना प्रबंधक प्रत्युष त्रिपाठी ने उद्यमियों के हौशलवर्धन किये एवं उद्यमी निधि की वापसी किश्त के अनुसार करने के की सलाह दिए।
प्रशिक्षक के रूप मे सी0आर0पी0ई0पी शशिकांत , अनूप कुमार , जितंद्र कुमार , काजल कुमारी आदि ने तीन दिनों से प्रतिभागियों के जिज्ञासा का समाधान कर कुशल उद्यमियों के रूप में स्थापित कर लघु उद्यमी से बड़े उद्यमियों के रूप में बढ़ने के लिए तरीके बताए।
परियोजना अकाउंटेंट आकाश यादव ने बताया समूह से जुड़े जितने भी उद्यमी ब्लॉक में संचालित स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के तहत उद्यमी निधि प्राप्त कर उद्यम स्थापित किये हैं तो सभी का उद्योग आधार भी बनाया गया है। इससे उनके उद्यम को ऑनलाइन देखा जा सके एवं सुधार हेतु आवश्यक दिशानिर्देश जारी किया जा सके। उन्होंने बताया कि अगर कुछ साल पहले की बात की जाए, तो सरकार पहले सिर्फ बड़ी कंपनी एवं उद्योगों पर ध्यान देती थी. लेकिन देश को सक्षम बनाने के लिए ये काफी नहीं था. फिर सरकार ने अपना रुख छोटे और सूक्ष्म उद्योगों की तरफ मोड़ा, जिसके चलते सरकार ने लघु उद्योग के लिए सब्सिडी देने की कई योजना चलाई. लेकिन सब्सिडी पाने के लिए पहले सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन करना पड़ता था. जिसकी प्रक्रिया काफी हद तक मुश्किल थी, जिससे प्राप्त करने में सुविधा होगी ।