नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) के महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान- 2 की रविवार शाम 6.43 बजे से उल्टी गिनती शरू है। इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने बताया कि लॉन्चिंग की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
बता दें कि इससे पहले 15 जुलाई को चंद्रयान-2 को लेकर जीएसएलवी-एमके-3 रॉकेट तड़के 2.51 बजे उड़ान भरने वाला था। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण रॉकेट की लॉन्चिंग से एक घंटा पहले उड़ान स्थगित कर दी गई थी।
लेकिन GSLV MK-3 में आई तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया गया है। अब 22 जुलाई को दोपहर 2.43 बजे मिशन चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाएगा।
दिया गया बाहुबली नाम
640 टन वजनदार जीएसएलवी-एमके-3 को
बाहुबली फिल्म के नायक के नाम पर बाहुबली का उपनाम दिया गया है। फिल्म का नायक जिस तरह एक दृश्य में भारी शिवलिंग को उठाता है उसी प्रकार यह रॉकेट 3.8 टन वजनी चंद्रयान-2 को लेकर जाएगा।
लागत
GSLV Mk-3 रॉकेट की लागत 375 करोड़ रुपए है। वहीं, चंद्रयान-2 की लागत ( chandrayaan 2 countdown starts ) 603 करोड़। यह रॉकेट अपनी करीब 16 मिनट की उड़ान के दौरान चंद्रयान-2 को इसकी 170 गुणा 40400 किलोमीटर की कक्षा में प्रक्षेपित करेगा।
GSLV Mk-3 रॉकेट का 13 बार हुआ इस्तेमाल
इसरो ने बताया कि छोटे उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए इस्तेमाल होने वाला GSLV Mk-3 रॉकेट का अप्रैल 2001 से 13 बार इस्तेमाल किया जा चुका है। इनमें जीसैट-4, 3- जीसैट-5पी और इनसैट-4सी विफल प्रक्षेपण रहे जबकि संचार उपग्रह जीसैट-6ए, जीसैट-7ए और जीसैट-9 के अलावा इनसैट-3डी, इनसैट-4सीआर, जीसैट-6 और एडुसैट, जीसैट-2, जीसैट-3, जीसैट-19 का प्रक्षेपण सफल रहा है।सोर्स ऑफ पत्रिका।