यूपीवर्किग जनर्लिस्ट यूनियन के सोनभद्र इकाई के जिला अध्यक्ष विजय विनीत ने की भूखहड़ताल
सोनभद्र।सोनभद्र में आदिवासी वध व नर संहार के जांच के सम्बंध में यूपीवर्किग जनर्लिस्ट यूनियन के सोनभद्र इकाई के जिला अध्यक्ष विजय विनीत ने मुख्य मंत्री को 9 सूत्री मांग पत्र भेज कार्यवाही की मांग को लेकर भूख हडताल पर है।पूर्व विधायक ललितेश पति अविनाश कुशवाहा रमेश दुबे पूर्व जिलाध्यक्ष संजय यादव सपा अध्यक्ष विजय यादव बब्बू तिवारी समेत तमाम लोगो का समर्थन है।विजय विनीत ने बताया कि समूचा सोनभद्र सन 1996 से लेकर 2012 तक नक्सल आंदोलन से जूझता रहा है।इसके पीछे जल जंगल जमीन से दलितों आदिवासियो व गरीबों की बेदखली प्रमुख कारण रहा है। जब नक्सल वाद अपने चरम पर था,तब भी इस तरह का जघन्यतम नर संहार नहीं हुआ था।17 जुलाई को घोरावल के उम्भा गांव में भू माफियाओं ने जो नर संहार किया है वह किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है।
समूचे जनपद में व्यापक स्तर पर जमीनों का हेरा फेरी कर लोगो को लाभ पहुचाने के लिए किया जाता हैं।
यहां की राजस्व अदालतों में सिर्फ पैसे के बल पर न्याय प्राप्त किया जाता है।
राजनीतिक तुष्टिकरण करने वाले लोग किसी की मौत पर एक करोड़ बांटते हैं।आदिवासी की कीमत 20 लाख लगाते हैं।सोनभद्र की खदानों में , व बड़े लोगों के यहां काम करते समय हुई मौतों पर लीपापोती होती है।
प्रमुख मांगें
1 सोनभद्र में ट्रष्ट , समिति, व अन्य संस्थान बना कर भूमि चोरी करने वालों के खिलाफ लूट व डकैती की प्राथमिकी दर्ज हो।
2 जो ट्रष्ट अस्तित्व में नहीं उनसे इस तरह की जमीन वापस लेकर स्थानीय गरीबों को आवंटित की जाय।
3 सोनभद्र में ब्यापक पैमाने पर भूमि घोटाले हुए इसकी निष्पक्ष जांच के लिए राजस्व न्यायिक आयोग का गठन किया जाय।
4 सोनभद्र में राजस्व अदालतें पैसे पर बिक चुकी हैं ऐसे में रेवेन्यू फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जाय।
5 इस नर संहार के लिए जिम्मेदार सरकारी महकमे के लोगों को चिन्हित कर हत्या का मुकदमा दर्ज हो।
6 सन 2012 से 2017 के बीच जिले में हुए राजस्व फैसलों की समीक्षा हाई कोर्ट के जज से कराई जाय, इन वर्षों में जिले में हुए भूमि आवंटन की जनसुनवाई व समीक्षा की जाय।
7 सीलिंग एक्ट में निकल रही हजारों हेक्टेयर जमीन आज भी कई गांवों में बेनामी है । उन्हें चिन्हित कर गरीबों में वितरित किया जाय।
8 हत्यारों का व इस घटना के जिम्मेदार लोगों का सम्बंध किस राजनीतिक दल से है इसका खुलासा किया जाय।
9 नर संहार में मारे गए लोगों के परिजनों को एक एक करोड़ रुपये का मुआवजा व उस जमीन का आवंटन किया जाय।