बभनी ब्लाक सभागार में खरीफ गोष्टी व किसान मेला का हुआ आयोजन,सिखाए गए खेती करने के गुर।

(अरुण पांडेय/ विवेकानंद)

बभनी सोनभद्र।बभनी सहायक विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास खण्ड स्तरीय खरीफ कृषि उत्पादकता गोष्ठी एवं किसान मेला 2019 विकास खण्ड बभनी के ब्लाक सभागार में सम्पन्न हुई।गोष्ठी का शुभारम्भ जिला पंचायत सदस्य देव नारायन सिंह खरवार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया । किसान मेले में खाद्य संस्करण विभाग तथा कृषि विभाग से संबंधित स्टाल लगाये गये थे । स्टालों से किसानों द्वारा जानकारी प्राप्त की गयी । मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य देव नारायन सिंह खरवार द्वारा किसान मेले में लगे हुये स्टालों को देखा गया तथा विभिन्न स्टालों द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली गई। जिला पंचायत सदस्य देवनारायन सिंह खरवार ने समस्त उपस्थित किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया तथा उन्होंने कहा कि भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए अपने खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करें । इसी के साथ साथ उन्होने किसानो को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में बताया । उन्होने गैर ऋणी कृषकों से कहा कि योजना का लाभ उठाने के लिए अधिक से अधिक पंजीकरण कराना सनिश्चित करें ।

यह योजना प्राकृतिक आपदाओं एवं प्रतिकूल मौसम के प्रभाव के कारण होने वाली सम्भावित वित्तीय हानि की क्षतिपूर्ति करती है ।इस योजना के अन्तर्गत अधिसूचित फसलें अरहर , धान तथा मक्का है ।

इस अवसर पर प्रभारी एडीओ (एजी) सूर्यभान सिंह ने किसानों से कहा कि फसलों की समय से बुआई करें तथा खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करें, जिससे एक ओर पशुधन से दूध तथा अन्य उपयोगी खाद्य पदार्थ प्राप्त होते हैं , वहीं पशुपालन से भारी मात्रा में गोबर जीवांशखाद के रूप में प्राप्त होता है , जो मृदा स्वास्थ्य का मूल आधार है ।

सहायक विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय ने किसानों से कहा कि अच्छी उपज के लिए बीज शोधन को जरूर अपनायें तथा उर्वरक की बढ़ती कीमत को दृष्टिगत रखते हुए फसल चक्र में दलहनी फसलों का अधिक से अधिक समावेश किया जाये , जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहे और उर्वरकों के अन्धाधुन्ध प्रयोग को भी कम किया जा सके ।धान की सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए एसआरआई पद्धति को अधिकाधिक अपनाया जाये ।

कवि अवध बिहारी (अवध)ने किसानों को सरकार की मनसा के अनरूप किसानों को खेती से दोगनी आय करने के तरीके के बारे में बताया । किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया उन्होने कहा कि मृदा स्वास्थ्य एवं जैविक खेती पर विशेष ध्यान दिया जाये , जिससे गुणवत्तायुक्त इष्टतम कृषि उत्पादन सदैव प्राप्त होती रहे ।उन्होने बताया कि किसान काल सेन्टर टोल फ्री नं0 1800 180 – 1551 पर कृषि सम्बन्धी की जानकारी की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है , किसान भाई इस पर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं ।
बीटीएम पूर्णमासी पटेल ने किसानों को अरहर की खेती के बारे में बताया ।उन्होने कहा कि बीज को हमेशा शोधन के उपरान्त बोया जाये तथा अरहर की बुआई खेतों के मेड़ों पर ही करनी चाहिए और प्रत्येक पेड़ की दूरी 2 फीट रखनी चाहिए ।उन्होने अरहर पर लगने वाले कीड़े के प्रकोप तथा बचाव के बारे में बताया ।इसी के साथ – साथ उन्होने बताया कि खेतों की उर्वरा शक्ति बनाये रखने के लिए खेत में फसलों को न जलायें ।खेतों में सनई तथा छैचा को बोकर उसकी जुताई करें ।खेतों में जैविकीय खाद की मात्रा बढ़ सकती है।

प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना तहसील प्रतिनिधि उमेश गुप्ता ने किसानों को जैविकीय खेती के बारे में बताया। उन्होने कहा कि दो वर्ष में एक बार दलहनी फसल बोनी चाहिए । उन्होने किसानों को बताया कि गाय को पालें तथा उसके गोबर का अपने खेतों में प्रयोग करें, गाय के गोबर में बैक्टीरिया पायी जाती है जो खेतों के लिए लाभदायक होता है । इस अवसर टीएसी नीरज कुमार,किसान नेता प्रमोद चौबे,बीएमएम महेश प्रसाद,आसमीन,जूगनू, सहित संबंधित अधिकारीगण तथा किसान भाई उपस्थित रहे।

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