श्री विधि अपनाए अधिक उपज पाए, समूह की दीदी से मिल रही है किसान साथियों को प्रेरणा

दुद्धी सोनभद्र।(भीमकुमार) राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत एमकेएसपी से प्रशिक्षण लेकर महिला किसानों ने अपना रहे नई तकनीक से धान की खेती जिसमें ग्राम ब्राईडाड़ के संगीता देवी ने इसे प्रशिक्षण लेकर अपने खेत में पहले 2 कट्ठा में धान लगा कर देखें देखें कर देखें देखें तो अच्छा उपज होने पर उन्होंने दूसरे साल 10 कट्ठा में लगाई और अच्छा उपज होने पर उन्होंने इस साल पूरे अपनी जमीन में लगभग 2 बीघा में में धान की खेती लगाई इस नियम को देखकर अन्य किसानों ने भी उसको अपना रहे है ,लाईवलीहुड प्रोफेशनल रिसोर्स प्रशन उपेन्द्र कुमार ने बताया कि ब्लॉक दुद्धी के चयनित 50 गॉव में 3500 महिला किसानों को श्री विधि एवं जैविक खाद ,जैविक दावा का प्रशिक्षण मिल चुका है जिसमे से लगभग 50%महिला किसान इस विधि को अपना रही है अभी कम पैमाने पर ही कर के देख रही है जिस किसान को इसका उपज का अन्तर महसूस हो रहा है वह अपने पूरे खेत मे अपनाना शुरू कर दी है ,इसका पूरी जानकारी इस प्रकार है ,S.R.I.(श्री विधि) – धान उत्पादन की नई तकनीक
किस्मो का चुनौव – किसान अपने जमीन को देखकर अपना किस्म को चयन करें
बीज का दर – 100ग्राम प्रति कट्ठा
धान की नर्सरी एवं पौधे उगाने के समय – 25जून से10जुलाई तक
बीज उपचार एवं नर्सरी -बोआई से पहले बीज को नमक के घोल तैयार करे इसके लिए आप अपने बीज से दुगना सदा पानी ले ,एक प्लास्टिक के बालटी में सबसे पहले सदा पानी डालें इसमे एक आलू या एक अंडा डालें इससे जब आलू या अंडा बर्तन के तल में बैठ जाता है तो समझे कि आलू या अंडा सही है इसके बाद इसमे एक हाथ से नमक डालें और एक हाथ से चलाते रहे जब आलू या अंडा उपर तैरने लगे तो आलू या अंडा को निकाल ले इसमे धीरे धीरे धान को डाले जो धान उपर आ जाता है उसे बाहर निकाल दे और जो धान तल में बैठा है उसे 4से 5वार धोए ताकि नमक का अंश खत्म हो जाय अब इसे सदा पानी मे फूलने के लिए 12 से 14 घंटा छोड़ दे इसके बाद इसे 10मिनट के लिए बिखार दे इसके बाद इसमे जैविक दवा श्रीबीजामृत में डाल कर कुछ देर तक छोड़ दे या विभेस्टिन पाउडर, बीज के हिसाब से प्रति किलो बीज पर 2ग्राम पाउडर का छिडकौव् करे इसके बाद इससे 18 घंटे के लिए पुटली बांधकर या बीज को सूती बोरा से झांक कर इसे प्रत्येक घंटे पर थोड़ा पानी का छिडकौव् करते रहे इसमे अंकुर हो जाएगा तो इससे ,अब खेत मे छिडकौव् करे नर्सरी के लिए बेड बनाए
नर्सरी तैयार करने का तरीका – खेत में सिचाई करे सिचाई के उपरान्त जुताई करे, असमें अच्छे से जोताई कर सूखे या कदवा तैयार करे कदवा तैयार करने के बाद अपने खेत मे 5फिट चौड़े बेड एवं 1फिट गहरे नाली तैयार करे जो नाली से मिट्टी निकलता है वो मिट्टी बेड पर ही भिखार दे तब इस बेड पर जौविक खाद जैसे कम्पोस्ट ,केंचुआ खाद प्रति कट्ठा के हिसाब से 300 किलोग्राम कम्पोस्ट का छिडकौव् कर तब इस बेड पर नाली में घूमकर बेड पर धान को छिड़के ,और बेड पे पैर न दे ,नाली बनाने से सिचाई भी अच्छे से हो जाएगी ,और ज्यादा पानी होने पर इस नाली के माधयम से पानी निकल जाएगा ,यह बिछड़ा 8 से 14 दिन के अंदर तैयार हो जाएगा ,अब इससे दूसरे खेत मे रोपाई 10इंच बाई 10इंच पर करे ,
इस विधि को अपनाकर संगीता दीदी ने खेती में बदलौव लाई है और अपने गॉव में सभी किसानों को श्री विधि प्रशिक्षण भी देती है ,इस रोपाई में समूह के दीदी भी उपस्थित रहे मौके पर लाईवलीहुड प्रोफेशनल रिसोर्स प्रशन उपेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।

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