सरकारी कर्मचारी सरकार को बदनाम करने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं

सागोबांध/सोनभद्र(विवेकानंद/अरूण पाण्डेय)
सरकारी कर्मचारी सरकार को बदनाम करने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।ताजा मामला दुद्धी तहसील के कोंगा गाँव का है जहां अशोक जायसवाल लेखपाल का कार्य क्षेत्र है। इन महाशय को गाँव के किसी व्यक्ति की काम करने के लिये भी मोटी रकम चाहिये। सरकार की महात्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि योज‌ना के लिए भी किसानो से पैसे चाहिए ।कोंगा में ग्रामीणों की माने तो कई किसानो को किसान सम्मान का पैसा सिर्फ इसलिए नहीं मिला क्योंकि उन लोगो ने लेखपाल को पैसा देने में असमर्थता जाहिर की। बच्चों के स्कूलों में प्रवेश हेतु जाति व आय प्रमाण पत्र का रिपोर्ट लगाने मे भी पैसा न देने पर मनमाना आय बनाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इनकी प्रवृत्ति मे है। इस सम्बन्ध ने जब अशोक जायसवाल लेखपाल से बात की गयी कि अन्तयोदय कार्ड धारको का भी आय इतना ज्यादा क्यों बन रहा है तो उनका जबाब था कि लाल कार्ड जाये तेल लेने मैं अपने मन से ही आय बनाऊंगा। नाम न छापने के शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि मेरे पिताजी के मरने के बाद वरासत करने के लिए मुझसे पैसा अशोक जायसवाल लेखपाल द्वारा लिया गया है परन्तु अभी तक मेरा बरासत भी नहीं हुआ। कोंगा के ही एक महिला ने बताया कि हमने दो महीने पहले एक जमीन खरिदी थी।जिसका रिपोर्ट लगाने के नाम पर हमसे भी पैसे की मांग हो रहा था । पैसा पुरा न मिलने पर उन्होंने गलत रिपोर्ट लगा दिया।
कोंगा गाँव के ग्रामीण रेशम सिंह शंकर इन्द्रशनी बासदेव राज कुमार राजनारायण सोना बच्चा रामसहाय आदि लोगो नें जिलाधिकारी महोदय से लेखपाल के खिलाफ जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है ।

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