शिक्षा डेस्क।सीबीएसई पैटर्न स्कूल में सरकार द्वारा जारी गरीब युवकों हेतु निःशुल्क शिक्षा देने की योजना में भारी मात्रा में दलालों के मिलीभगत से अपात्र व्यक्ति अपने बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाने हेतु आवेदन करते फिर रहें है। जिनसे जो वास्तविक रूप से पात्र बच्चें है वह इस योजना से अछूते रह जा रहे है तथा अमीर लोगों के बच्चें दलालो से मिलकर अपना आवेदन पास करा लें रहें है।
जबकि सरकार का आदेश है कि सीबीएसई पैटर्न में जिस व्यक्ति का आय वर्ष में एक लाख से कम हो वह व्यक्ति अपने बच्चे का एडमिशन प्राइवेट सीबीएसई पैटर्न स्कूल में करा सकता है। जिसका खर्च सरकार वहन करेगी ऐसी दशा में गरीब व्यक्ति अपने बच्चें को अपने क्षेत्र के प्राइवेट सीबीएसई पैटर्न में निःशुल्क पढ़ा सकता है, किन्तु बीएसए व एबीएसए कार्यालय पर तैनात कुछ दलालो के मिलीभगत से गरीबों के इस योजना पर सीधे डाका मारते हुये पैसा लेकर अमीर लोगों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाये जा रहें है।
स्कूलों में एडमिशन हेतु बीएसए व एबीएसए द्वारा जारी लिस्ट का सही तरीके से जांच हो जाय तो आधा से ज्यादा लोग इस योजना से वंचित रह जायेंगे। किन्तु जनपद में तो सरकार के योजनाओं का लाभ तो जिनके पास पैसा व पहुंच है वही उठाते है, जबकि जो वास्तविक रूप से गरीब है वह इस योजना का लाभ पैसे व पहुंच के अभाव में नहीं ले पा रहे है। जनपद में इन दिनों गरीबों के योजनाओं का लाभ अमीर बड़ी तेजी से उठाते फिर रहें है।
लोगों ने इस मामले पर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराकर मामले की जांच कराने का गुहार लगाया।