धर्म।कोई रविवार के दिन सूर्यदेव की पूजा और अर्चना करते हैं। सूर्यदेव की कृपा जिस पर होती है उसके जीवन में फैला अंधेरा नष्ट हो जाता है। हिन्दू धर्म में पांच ईष्ट देव बताए गए है, उनमे से एक सूर्य देव भी हैं। कहा जाता है कि ईष्ट देव की पूजा विघि के अनुसार करने फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि ईष्ट देव की पूजा हर दिन करने पर घर में शांति बनी रहती है। आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह से सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। घर के मंदिर में सूर्य देव की प्रतिमा जरूर रखें और हर दिन उनकी पूजा करें।
– पूजा करने के अलावे हर दिन आप सूर्य देव को जल अर्पित करें क्योंकि सूर्य देव को जल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
– सूर्य देव को हमेशा तांबे के लोटे से ही जल अर्पित करें और इस दौरान सूर्य देव से जुड़े मंत्र का उच्चारण करें सूर्य देव से जुड़े मंत्र
ऊँ सूर्याय नम:
ऊँ आदित्याय नम:
ऊँ भास्कराय नम:
– रविवार के दिन सूर्य देव को गुड़ वाला जल अर्पित करें। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती है। अगर कुंडली में सूर्य से जुड़ा दोष हो तो रविवार के दिन नदी में तांबे के सिक्के को प्रवाहित करें। माना जाता है कि ऐसा करने से दोष खत्म हो जाते हैं।