हिस्ट्रीशीटर एनसीएल कर्मचारी संत कुमार उर्फ बबलू  के भू-माफ़िया प्रवृत्ति व दहशत-गर्दी के खिलाफ लामबन्द हुए एनसीएल के मजदूर संगठन

शक्तिनगर सोनभद्र।
एनसीएल खड़िया परियोजना मे कार्यरत कर्मचारी संत कुमार उर्फ़ बब्लू के दहशत-गर्दी व गुंडागर्दी से निजात दिलाने के लिए परियोजना की पांचों श्रमिक संगठन क्रमशः बीएमएस, एटक, एचएमएस, आरसीएसएस व सीटू ने एक साथ प्रबंधन को ज्ञापन दे कार्यवाही की मांग की। श्रमिक संगठनो ने आरोप लगाया कि खड़िया परियोजना में कार्यरत कर्मचारी संत कुमार उर्फ़ बब्लू पुत्र रामजी गुप्ता द्वारा परियोजना के टीसीए कालोनी में अवैध रूप से कई आवास कब्जे में रखे है, तथा आवास के बगल में परियोजना की करोडो की जमीन पर अवैध कब्जा करके मकान भी बनवाया गया है।

श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि संत कुमार द्वारा अंबेडकर नगर में गाड़ी धुलाई सेंटर, एनसीएल की जल-आपुर्ति से अवैध कनेक्शन करके चलाया जा रहा है और सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण करके गैराज का परिचालन कराया जा रहा है। संत कुमार पर यह भी आरोप लगा कि अपने मकान व गैराज के निर्माण मे एनसीएल की सामग्री जैसे पाईप, शीट, गेट खिड़की, दरवाजा इत्यादि का इस्तेमाल मनमानी तरीके से कराया गया है। सूत्रों की माने उर्जान्चल मे यह चर्चा आम बात है कि क्षेत्र में जितने भी कबाड़, कोयला, डीजल चोरी के अवैध कार्य होते हैं उसमें किसी ना किसी रूप से संत कुमार उर्फ बबलू की सन्लिप्तता होती है।

संत कुमार द्वारा परियोजना के अधिकारियो कर्मचारियों को समय समय पर स्थानीय विधायक व सांसद करीबी होने का धौस दिखाकर डराया धमकाया जाता है और अपने ऊपर हो रही जांच को प्रभावित किया जाता है| संत कुमार इस बात के लिए चर्चित है कि वह कहीं भी किसी को ही किसी भी मामले में फंसा सकते हैं और थाने मे अच्छी पैठ का हवाला देकर परियोजना के कर्मचारियों को दबाया जाता है।
श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि संत कुमार अपराधी रिकार्ड रहा है और गेंगस्टर एक्ट के तहद ये निरुद्ध भी चुके हैं।

संत कुमार ड्यूटी के दौरान हाजिरी लगा कर अक्सर क्षेत्र में नेतागिरी व नसा करने वालों के साथ चट्टी चौराहों पर देखे जाते हैं। कुछ स्थानिय पत्रकारों से करीबी होने के कारण फिजूल की खबरें उनके द्वारा विरोधियो के खिलाफ चलवाई जाती है। सभी कर्मचारी संगठनो ने प्रबंधन से यह मांग किया कि संत कुमार उर्फ बबलू गुप्ता के खिलाफ उचित करवाई किया जाए जिससे खड़िया परियोजना में भयमुक्त व अमन-चैन का माहौल बन सके।इस वावत सच्चाई क्या है यह तो एनसीएल प्रबंधन ही बता सकता है।संत कुमार ने बताया आरोप को आपसी द्वेष भावना से की गई है जबकि ऐसा नही है।

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