जयपुर ।
राजस्थान में जयपुर के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में सोमवार रात को सात साल की एक बच्ची से कथित दुष्कर्म की घटना के बाद क्षेत्र में मंगलवार को भी तनाव जैसी स्थिति बनी रही. क्षेत्र में कानून- व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और अफवाहों को रोकने के लिये 13 थाना क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के विरोध में लोगों के एक समूह ने पुलिस स्टेशन को घेर कर प्रदर्शन किया और कई वाहनों में तोड़फोड़ की, जिसके बाद से यहां तनाव व्याप्त हो गया है. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा है कि खुद को बच्ची के पिता का दोस्त बताकर एक व्यक्ति मासूम को अपने साथ ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद वह बच्ची को सड़क पर लहूलुहान हालत में छोड़कर चला गया।
★ 13 थाना क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद
संभागीय आयुक्त के. सी. वर्मा ने मंगलवार दोपहर दो बजे से बुधवार सुबह 10 बजे तक रामगंज, गलतागेट, माणकचौक, सुभाषचौक, ब्रह्मपुरी, नाहरगढ़, कोतवाली, संजय सर्किल, शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती, लालकोठी, आदर्श नगर और सदर थाना इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिये हैं. सोमवार रात को घटना से गुस्साए सैंकड़ों लोगों ने कांवटिया अस्पताल के बाहर जमा होकर प्रदर्शन किया।
★ क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि एक मोटरसाइकिल सवार अज्ञात व्यक्ति ने सात वर्षीय बच्ची का घर के पास से अपहरण कर नजदीक सूनसान इलाके में ले जाकर उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया और फिर उसे घर के पास छोड़कर फरार हो गया. पीड़िता को शास्त्री नगर के कांवटिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे जे के लोन अस्पताल में रेफर कर दिया. पीड़िता की हालत स्थिर है।
पीड़ित बच्ची को सर्जिकल आईसीयू में भर्ती कराया गया है. मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके सीने पर खरोंच और माथे पर चोट के निशान हैं. उसके निजी अंगों पर भी खरोंच के निशान हैं. फिलहाल, उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
पुलिस उपाधीक्षक (उत्तर) मनोज कुमार ने बताया कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. स्थित पूरी तरह नियंत्रण में है और आरोपी को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास ने जे के लोन अस्पताल पहुंच कर पीड़िता के स्वास्थ्य की जानकारी ली. खाचरियावास ने कहा कि सरकार इस तरह के मामलों में गंभीर है. यह एक घृणित अपराध है और इस तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के लिये सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।