घर बैठे कराये काउंसिलिंग, विषय चुनने में अभिभावक कर सकेंगे मदद

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में मिलने वाली है नयी सुविधा, बीएड काउंसिलिंग की तर्ज पर बनाया जा रहा सॉफ्टवेयर

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की काउंसिलिंग कराने के लिए आपको परिसर का चक्कर नहीं लगाना होगा। घर बैठे की काउंसिलिंग की सुविधा मिलने वाली है। परिसर के यूजी व पीजी पाठ्यक्रम में अन्य जिलों के छात्र भी प्रवेश लेते हैं उन्हें सबसे अधिक दिक्कत विषय का चयन करने में होती है। काउंसिलिंग कक्ष में अभ्यर्थी के अतिरिक्त अन्य किसी को प्रवेश नहीं मिलता है लेकिन अब घर बैठे ही अभिभावक का सहयोग लेकर विषय चुनने की आजादी रहेगी।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने बीएड काउंसिलिंग की तरह ही सॉप्टवेयर बनाया हुआ है जिससे अभ्यर्थियों को ऑनलाइन काउंसिलिंग की सुविधा मिल पायेगी। विश्वविद्यालय के लगभग 31 पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षा हुई है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार 21 से 25 जून तक प्रवेश परीक्षाफल जारी हो सकता है। प्रवेश परीक्षा के बाद आंसर की को भी वेबसाइट पर अपलोड किया गया था जिसके बाद 100 से अधिक आपत्ति आयी है। सही आपत्ति का निस्तारण करने के बाद ही परीक्षाफल जारी करने की तैयारी की गयी है।

जानिए कैसे कराये घर बैठे ऑनलाइन काउंसिलिंग
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन के पास प्रवेश परीक्षा दिये गये अभ्यर्थियों का मोबाइल नम्बर मौजूद है उसी नम्बर के सहारे ऑनलाइन काउंसिलिंग करायी जायेगी। मोबाइल पर ही कांउसिलिंग से जुड़ी जानकारी व कोड को भेजने की तैयारी की गयी है इसी आधार पर अभ्यर्थी घर बैठे ही अपनी काउंसिलिंग करा सकते हैं।

ऑनलाइन काउंसिलिंग के बाद मिलेगा अस्थायी प्रवेश
ऑनलाइन काउंसिलिंग के बाद अभ्यर्थियों को अस्थायी प्रवेश दिया जायेगा। ऑनलाइान काउंसिलिंग में अभ्यर्थियों को शैक्षिक योग्यता के सारे प्रमाण पत्र वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन के पास अभ्यर्थियों के भारांक की जानकारी होगी। उसी आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। ऑनलाइन ही प्रमाण पत्र की जांच करने के बाद अभ्यर्थियों को फीस जमा करने के लिए तीन दिन का समय मिलेगा। यदि निधारित अवधि तक अभ्यर्थी फीस जमा नहीं करते हैं तो उनका प्रवेश निरस्त हो जायेगा। फीस जमा करने के बाद अभ्यर्थियों को अस्थायी प्रवेश मिलेगा। इसके बाद विभागों में जाकर दस्तावेजों का एक बार सत्यापन करना होगा। इसके बाद अस्थायी प्रवेश को स्थायी कर दिया जायेगा। काशी विद्यापीठ के कुलसचिव डा.साहब लाल मौर्या ने बताया कि अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग की सारी जानकारी एसएमएस से मिलेगी। ऑनलाइन काउंसिलिंग में शैक्षिक दस्तावेज को अपलोड करने के लिए तीन दिन का समय मिलेगा।

ऑनलाइन काउंसिलिंग से छात्रनेतओं को लगेगा बड़ा झटका
ऑनलाइन काउंसिलिंग से अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। लेकिन छात्रनेताओं के लिए यह बड़ा झटका होगा। विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा व काउंसिलिंग के समय ही छात्रनेताओं को चुनाव प्रचार का सबसे अधिक मौका मिलता है लेकिन इस बार अभ्यर्थी घर बैठे ही काउंसिलिंग करायेंगे। ऐसे में अभ्यर्थियों के परिसर नहीं आने से छात्रनेताओं की परेशानी बढऩी तय है।

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