सोनभद्र । बभनी विकास खंड के ग्राम पंचायत बभनी के विकासकार्य में घोर अनियमितता बरती जा रही है ,जिसे दीपक तले अंधेरा की संज्ञा दी जा सकती है, शौचालय निर्माण कार्य तो पूरे कर दिए गए हैं ,परंतु उनके दरवाजे का पता ही नहीं है। यहां तक की अधिकतर शौचालय प्रयोग विहीन पाए गए हैं।गांव में महुआरी टोला में बन रहे पेयजल कूप के निर्माणकार्य में काम कर रहे मिस्त्री ने बताया की 5-1 के मसाला का प्रयोग किया जा रहा है।
और मजदूरों की मजदूरी 150 रुपये के दर से दिया जा रहा है। बभनी थाना के समीप सूकर प्रसाद के पुत्र रमेश कुमार ने बताया की हमारे पुराने कुएं को ही खोदवाकर नया कुअां तैयार कराया जा रहा है, जिसमे पानी है ही नहीं। जब इस संबंध में ग्राम प्रधान राज नरायन से बात की गई तो उनका कहना था कि जब कुआं पास कराई जा रही थी तो लाभार्थी के द्वारा कहा गया कि हमारे आंगन में पुरानी कुआं है ,इसी को बड़ा बनवा दिया जाय, जिससे साग सब्जी के सिंचाई के लिए उपयुक्त होगा। जो लाभार्थी के स्वेछानुसार बनवाया गया है, और जहां कुएं में पानी न होने की बात है तो ,गर्मी के महीने में बभनी थाने के पास 450 फीट नीचे कराई गई बोरिंग भी पानी छोड़ चुकी हैं। 2-3 बोरिंग ही एेसी हैं जिनसे पुरे चौराहे को पानी उपलब्ध हो रहा है।परंतु इसमें मुख्य बात तो यह है कि पानी के इतने बड़े किल्लत के बावजूद भी आस-पास के किसी ग्राम प्रधानों के द्वारा कहीं टैंकर नहीं चलवाए जा रहे हैं।
बताते चलें कि ग्राम पंचायत बड़होर में लोग छोटी नदियों से चुआड खोदकर प्रदुषित पानी के साथ अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं। जिससे गरीब जनता को बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उस गांव में कोई टैंकर नहीं चलवाया जा रहा है।दीपक तले अंधेरा वाली कहावत सत्य है।जिस गांव में विद्युत सब श्टेशन होने के बावजूद वहां के कुछ ग्रामीण लालटेन व ढिबरी के सहारे अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि सौभाग्य योजना के तहत एक -एक घर में बिजली पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता थी, परंतु बड़होर गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पूरे गांव में सिर्फ एक ही स्ट्रीट लाईट विद्यालय के पास लगाई गई है ,बाकी सौर ऊर्जा व स्ट्रीट लाईट का कोई पता नहीं है। जब इस संबंध में ग्राम प्रधान पी.डी. जायसवाल से बात किया जाता है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि मेरा जिसे जो करना है करे ,मैं अपने ही स्तर से कार्य करुंगा ।इस गांव की समस्या को लेकर खबर भी प्रकाशित की गई थी परंतु इस बात को लेकर किसी अधिकारी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई ।