बसपा सांसद अतुल राय पर मेहरबान बनारस पुलिस

सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद भी नहीं सुधर रही पुलिस, पीडि़ता को लगानी पड़ी मुख्यमंत्री से गुहार

वाराणसी। सामान्य व्यक्ति कोई अपराध करता है तो पुलिस उसे पाताल से भी खोज निकालती है लेकिन जब बाहुबली या चुनाव जीत कर माननीय बना व्यक्ति किसी आरोप में फंसता है तो पुलिस की भूमिका बदल जाती है। बीएसपी नेता व घोसी सांसद अतुल राय के मामले में लंका पुलिस का यही हाल है। यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले रेप के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन अभी भी पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पायी है।

यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने एक मई को लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बाहुबली मुख्तार अंसारी के खास माने जाने वाले बसपा नेता अतुल राय को महागठबंधन ने घोसी संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया गया था। रेप का आरोप लगने के बाद बीएसपी नेता फरार हो गये थे। उस समय इस मामले को राजनीतिक से प्रेरित भी बताया जा रहा था। रेप का आरोप के चलते अतुल राय अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार नहीं कर पाये थे इसके बाद भी वह फरार रहते हुए चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। अतुल राय ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सबसे पहले हाईकोर्ट फिर सुप्रीम कोर्ट में शरण ली थी जहां से उन्हें राहत नहीं मिल पायी थी इसके बाद बनारस कोर्ट में सरेंडर के लिए तीन बार प्रार्थना पत्र दिया था कोर्ट ने सरेंडर के लिए तिथि भी निर्धारित की थी इसके बाद भी बसपा सांसद अतुल राय ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया। अंत में कोर्ट ने भी सरेंडर वाली याचिका को खारिज कर दिया। बड़ा सवाल यह है कि बसपा सांसद अपने वरिष्ठ फौजदारी अधिवक्ताओं अनुज यादव के सहयोग से लगातार कानूनी लड़ाई लड़ते आये हैं लेकिन पुलिस उनका सुराग तक नहीं लगा पायी।

*पुलिस डालती रही दबिश, कुर्की के लिए मिल चुकी

पुलिस ने बसपा नेता को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया था लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। पुलिस ने कुर्की के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था और नियमानुसार एक माह बाद कुर्की की जा सकती है वह समय अब आने वाला है इसलिए बसपा सांसद के गिरफ्तार नहीं होने पर पुलिस कुर्की भी कर सकती है। भेलूपुर सीओ अनिल कुमार का कहना है कि पुलिस अपनी तरह से लगातार प्रयास कर रही है और कुर्की की कार्रवाई की भी तैयारी की गयी है।

*गिरफ्तारी नहीं होने पर पीडि़ता ने लगाया सीएम योगी से गुहार

बसपा नेता के गिरफ्तार नहीं होने पर पीडि़ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ व डीजीपी से गुहार लगायी है। पीडि़ता आरोप है कि रेप के आरोपी सांसद अपने करीबी के माध्यम से मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। पीडि़त ने ट्वीट कर सुरक्षा देने की मांग की है। पीडि़ता को डर है कि उसके व अन्य गवाहों के साथ कोई अनहोनी न हो जाये।

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