हेल्थ डेस्क।(सुमन द्विवेदी)। रोशनी में सोने का सम्बंध मोटापे से भी है। युनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं का दावा है कि रात में सोने के दौरान कृत्रिम रोशनी महिलाओं में वजन बढ़ने का कारण है। अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक, टेलीविजन की रोशनी या कमरे में प्रकाश के बीच सोना महिलाओं में वजन बढ़ने की वजह बन सकता है।शोध में 35-74 उम्र की 43,722 महिलाओं ने हिस्सा लिया। रिसर्च ब्रेस्ट कैंसर और दूसरी बीमारियों की वजह जानने के लिए की गई थी। इन महिलाओं में कैंसर की हिस्ट्री नहीं थी और न ही हृदय रोग से पीड़ित थी। इनके अलावा ये दिन में नहीं सोती थी और न ही शिफ्ट में काम करती थीं।वैज्ञानिकों ने इन महिलाओं की लंबाई, वजन, कमर की नाप और बॉडी मास इंडेक्स जैसी जानकारी को शामिल किया था। करीब 5 साल तक इन जानकारियों का विश्लेषण किया गया। परिणाम के तौर पर सामने आया कि रात में रोशनी में सोने वाली महिलाओं का वजन बढ़ा। हालांकि वजन प्रकाश की तीव्रता के आधार पर बढ़ा था। जैसे तेज या टीवी की रोशनी में सोने वाली महिलाओं में 5 किलो तक वजन बढ़ा था।शोध में यह जाना गया रात में सोते समय कौन सी महिला बिना रोशनी, कौन हल्की रोशनी और किसके कमरे के बाहर प्रकाश रहता है। इसके अलावा कौन चलते टेलीविजन की रोशनी में सोती हैं। जामा पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार, शोधकर्ताओं ने सलाह दी है कि महिलाएं वजन बढ़ने से रोकना चाहती हैं तो रात में लाइट बंद करके ही सोएं।नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेस के प्रोफेसर डेल सैंडलर के मुताबिक, अधूरी नींद भी मोटापे का कारण है। डेल कहते हैं, रोशनी से वजन बढ़ने को पूरी तरह से प्रमाणित नहीं किया गया है। हालांकि ऐसे मामले सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्रों में ही देखने को मिलेंगे।