
विंडरश पीढ़ी ब्रिटेन के पूर्व उपनिवेश के ऐसे नागरिकों से जुड़ा हुआ है, जो 1973 से पहले आए थे।
जब राष्ट्रमंडल देशों के ऐसे नागरिकों के ब्रिटेन में रहने और काम करने के अधिकार खत्म कर दिए गए थे
लंदन।ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जाविद ने विंडरश घोटाले के लिए एक बार फिर व्यक्तिगत रूप से माफी मांगी है। यह प्रवासियों को गलत तरीके से ब्रिटिश नागरिकता से वंचित रखने से जुड़ा हुआ मामला है. हाल में खुलासा हुआ था कि सैकड़ों भारतीय नागरिकों को भी इस घोटाले का शिकार होना पड़ा था ।
विंडरश पीढ़ी ब्रिटेन के पूर्व उपनिवेश के ऐसे नागरिकों से जुड़ा हुआ है, जो 1973 से पहले आए थे, जब राष्ट्रमंडल देशों के ऐसे नागरिकों के ब्रिटेन में रहने और काम करने के अधिकार खत्म कर दिए गए थे. उनमें से अधिकतर लोग जमैका या कैरीबियाई मूल के थे, जो विंडरश नामक जहाज से पहुंचे थे. इमिग्रेशन मामले पर ब्रिटेन की सरकार के रूख से भारतीय और दक्षिण एशियाई देशों के अन्य नागरिक भी प्रभावित हुए थे।
ब्रिटेन के गृह मंत्री जाविद द्वारा सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन में गलत तरीके से राष्ट्रमंडल देशों के नागरिकों को नागरिकता अधिकार से वंचित करने में कुल 737 भारतीयों ने अपनी स्थिति की पुष्टि की है. उनमें से अधिकतर (559) 1973 से पहले ब्रिटेन पहुंचे थे, जब इमिग्रेशन के नियम बदल गए थे. जबकि अन्य या तो बाद में आए या तथाकथित ‘विंडरश पीढ़ी’ के परिवार के सदस्य थे।
पाकिस्तानी मूल के वरिष्ठ मंत्री जाविद ने कहा, ‘इस समीक्षा के माध्यम से जिन लोगों की पहचान हुई है, उनसे मैं निजी तौर पर माफी मांगता हूं. मैं सुनिश्चित करूंगा कि उन्हें सहयोग मिले और मुआवजा योजना में उन्हें शामिल किया जाए।(PTI इनपुट)।
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