इंदौर ।
मूलतः शिलांग, नागालेंड, अम्बाला के रहने वाले ….एक माह में एक करोड़ कमाते थे
इंदौर।ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह के इंदौर स्थित ठिकाने पर भोपाल साइबर सेल की टीम ने दबिश दी है। सोमवार देर रात भोपाल से इंदौर पहुंची टीम ने गिरोेह के विजय नगर स्थित ऑफिस पर छापा मारा। मंगलवार को भी कार्रवाई जारी है। पूरे प्रदेश में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
साइबर एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि सभी काम करने वाले कॉल सेंटर के युवक-युवती नागालैंड और शिलांग के हे अमेरिका का तकरीबन 1000000 लोगों का डेटाबेस इनके पास उपलब्ध होता है और वॉइस मैसेज ब्रॉडकास्टिंग के जरिए यह सभी को एक जैसा मैसेज शुरू करते हैं अमेरिका एसएसएन डिजिट नंबर को यहां अवैध बताते हैं और अमेरिका के युवक से कहते हैं कि आपका सोशल नंबर पर कोई मामला दर्ज है जिसके बाद अमेरिका में बैठा युवक यदि इनके चंगुल में फंसता है तो $5 से लेकर $1000 तक अमेरिका के व्यक्ति से मांगते हैं
साहिल और जावेद नाम के युवकों ने यह कॉल सेंटर शुरू किया था जो सबसे पहले C21 के पीछे शुरुआत इसमें 25, 25 सीटों का कॉल सेंटर शुरू हुआ था तकरीबन 1 वर्षों से यह कॉल सेंटर चल रहा था इनका एक साथी शाहरुख और भावेश जो अहमदाबाद का है और एक व्यक्ति सनी चौहान भेजो कि अभी फरार बताया जा रहा है DID डायरेक्ट इंटरनेशनल डायलिंग करके एक सॉफ्टवेयर जो कि ₹7000 पर सप्ताह में यह लेते थे और म्यूजिक करके एक सॉफ्टवेयर होती है बैठे-बैठे कॉल करते थे
पुलिस सूत्रों के अनुसार ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का बड़ा रैकेट है जो इंदौर स्थित कॉल सेंटर में बैठकर लोगों से एटीएम के नंबर पूछकर ठगी को अंजाम दे रहे थे। सूत्रों के अनुसार विजय नगर स्थित एआईएसईसीटी के कॉल सेंटर में यह कार्रवाई की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लगभग 80 युवक-युवतियों को कोर्ट पेश कर जेल भेज दिया हे
बताया जा रहा है कि कॉलसेंटर में काम करने वाले युवक-युवतियांलोगों को कॉल कर उनके एटीएम कार्ड का नंबर हासिल कर फर्जी कार्ड तैयार कर ठगी को अंजाम देने का कार्य कर रहे थे। मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम भी आई हुई है।