तेज धूप और तपती धरती के कारण कुएं और चापाकल सूखे, पेयजल संकट गहराया

शाहगंज/सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)विकास खण्ड घोरावल में ग्रामीण क्षेत्र पेयजल की किल्लत से जूझ रहा है, प्रति वर्ष गिरते जल स्तर की वजह से, पेडो की अंधाधुंध कटाई होने से, कम वर्षा होना मुख्य कारण बनता जा रहा है। जिससे कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर तालाब व कुएं सुख जाने से भू-जल स्तर भी तेजी से गिरता जा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर बोर पुरी तरह सूख चुके हैं ।पानी की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा पुर्व में ही ग्राम पंचायत में टैंकर से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की ग्ई है,

जिससे कुछ हद तक ग्रामीणों को राहत मिली है। अब से दस वर्ष पूर्व जहाँ 30 मीटर की खुदाई पर पर्याप्त पानी मिल जाता था, वहाँ अब पानी के लिए 60 से 70 मीटर खुदाई करनी पड रही हैं। यह चिंता का विषय है। इससे निपटने के लिए बेहतर समाधान अधिक पौध रोपण एवं बारिश के पानी का समुचित संरक्षण ही है। अगर यही स्थिति बरकरार रहीं तो जल क्षेत्र में परामर्शदाता कंपनी ईए की एक अध्ययन रिपोर्ट में सन् 2025 तक भारत को जल संकट वाला देश बन जाने की बात कही गई है।

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