विश्व पर्यावरण दिवस पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन बैढ़न के सामुदायिक भवन में हुआ संपन्न

सिंगरौली का पर्यावरण संकट और उससे निपटने की वरिष्ठजनों ने रखी बात

बैढ़न सिंगरौली। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सामुदायिक भवन बैढ़न में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका आयोजन सिंगरौली के युवा पत्रकार अतुल दुबे ने किया सिंगरौली का पर्यावरण संकट बदलती मनःस्थिति और राजनीति जैसे गंभीर समस्या विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता बैगा समाज संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री राम मिलन ने किया। कार्यक्रम के प्रथम वक्ता शिवकरण वेदराहि ने पीपल, नीम, आम के वृक्षों का पौधरोपण करने एवं शोध करने की बात कही। इसके बाद क्षेत्र के ख्यात पर्यावरण कार्यकर्ता जगतनारायण विश्वकर्मा ने सिंगरौली प्रदूषण मुक्त वाहिनी ग्रुप बनाने के साथ वायु प्रदूषण की जांच के लिए लैब की स्थापना करने पर जोर दिया। शक्ति नगर के यूनियन लीडर केसी शर्मा ने 24 घंटे में सिंगरौली मे 1 लाख 80 हजार टन राख के उत्पादन के निस्तारण व इससे सालाना उत्पादन पर गंभीर सवाल किए उन्होंने कहा कि किसी ठोस नीति के अभाव में फ्लाई एस से जनित होने वाली समस्याये बरकरार है।
एचएमएस के लीडर अशोक पांडे ने सीएसआर के बजट से इलाके भर में शुद्ध पेयजल व्यवस्था कराने की बात कही।
सीपीआई के संजय नामदेव ने प्लास्टिक के प्रयोग से आम जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का मुद्दा उठाया इसके अलावा कोल ट्रांसपोर्टेशन, बरगवां कोलयार्ड से प्रभावित लोगों का भी मुद्दा उठाया वरिष्ठ समाजसेवी लक्ष्मीचंद दुबे ने सामाजिक विचार के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमें संख्या के आधार पर किसी बात का मूल्यांकन नहीं करना चाहिए अगर आज के इस जलवायु संकट के दौर में कुछ लोग गंभीर पहल करते हैं तो उसका व्यापक असर समाज में देखने को मिलेगा बशर्ते चारित्रिक दृढ़ता से हो
लोकगीत समिति के संस्थापक अवधेश कुमार ने पश्चात जीवन शैली के प्रभाव पर प्रकाश डाला उन्होंने भोगवादी प्रवृत्तियों व व्यक्तिगत जीवन में सुधार की बात कही उन्होंने कहा कि गांधी,लोहिया के जीवन दर्शन को राजनेता भूल गये जिसके कारण जल जंगल जमीन पर गहरा संकट उत्पन्न हो गया श्री अवधेश कुमार ने इस पर राष्ट्रव्यापी बहस की मांग रखी
उन्होंने आधुनिक शिक्षा व्यवस्था को इन दुष्परिणामों का जिम्मेदार ठहराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बैगा संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री राम मिलन बैगा ने जंगलो का लगातार हो रहे विनाश पर चिंता व्यक्त किया।
आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक अनिल द्विवेदी ने कहा कि आज की राजनीति में गांधी के विचारों को नजरअंदाज किया जा रहा है उन्होंने कहा कि पूर्व में नैतिक शिक्षा के योगदान के कारण पर्यावरण की सुरक्षा संभव था।
सीपीएम के नेता रामलल्लू गुप्ता ने इस विनाश का कारण पूंजीवादी व्यवस्था के साथ साथ राजनीतिक शून्यता कि भी बात कही आप नेत्री रानी अग्रवाल ने पर्यावरण संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए इस पर जागरूकता कार्यक्रम लगातार चलाए जाने के साथ साथ ठोस समाधान होने की बात कही

कांग्रेस के लीडर अशरफ अली ने विस्तृत कार्यक्रम योजना बनाकर इस दिशा में कार्य करने का सुझाव दिया उन्होंने कहा औद्योगिक इकाई के साथ-साथ जिला प्रशासन का एक साझा मंच तैयार हो जिससे आमजन की समस्याओं के निराकरण में आसानी हो।
विस्थापित नेता भगवान प्रसाद तिवारी ने कहा कि पर्यावरण और विस्थापन एक गंभीर समस्या है जिसके कारण किसानों की जमीने बंजर होती चली गई ऐस डैम से किसानों की जमीन के साथ साथ उनकी सेहत पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है
श्री तिवारी ने लोगों से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर गंभीर होकर के एकजुटता से लड़ाई लड़ेंगे तो कंपनियों को मनमानी करने से रोका जा सकता है।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक अतुल दुबे ने पधारे सभी वरिष्ठ जनों का आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
एडवोकेट उपेंद्र पांडे, अमृत विद्यापीठ के अश्विनी तिवारी,कांग्रेस से अमित द्विवेदी, पार्षद सुषमा सुरीन, एडवोकेट भगवानदास शाह, एडवोकेट त्रिपुरारी नाथ पांडेय, एवं विस्थापित नेता भगवान प्रसाद तिवारी की भी उपस्थिति रही।

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