
नई शिक्षा नीति
शिक्षा डेस्क।देश के कई स्कूलों ने प्ले ग्रुप सेक्शन को अपने अकॉर्डिंग मॉडिफाइ करके दो या तीन साल बना रखा है। मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड डवलपमेंट की ओर से जारी नई एजुकेशन पॉलिसी के ड्राफ्ट के अनुसार, देश में प्ले ग्रुप सेक्शन अब तीन साल का होने वाला है और इस सेक्शन का नाम भी ‘प्री-प्राइमरी और अर्ली प्राइमरी’ होगा। वहीं पांचवी क्लास तक की स्टडी मातृभाषा में होगी। एमएचआरडी की साइट पर जाकर आप भी नई एजुकेशन पॉलिसी को लेकर 30 जून तक अपने सजेशन दे सकते हैं।
प्राइमरी में कोई परीक्षा नही
प्री-प्राइमरी और अर्ली प्राइमरी सेक्शन में तीन से आठ साल तक के बच्चे होंगे। इसमें तीन साल प्ले ग्रुप और फिर फस्र्ट एंड सैकंड क्लास। इन बच्चों को एग्जाम नहीं देने होंगे। बच्चों को डेली ऑब्जर्वेशन के बेस पर ही अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा। हालांकि स्टडी मैटेरियल और पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा। नो एग्जाम पॉलिसी को लेकर तर्क दिया गया है कि 6 साल तक बच्चे का 85 परसेंट ब्रेन डवलप हो जाता है, ऐसे में बच्चे को ज्यादा प्रेशराइज नहीं किया जाए, जिससे वो सिर्फ अपना बचपन एन्जॉय करे।
नई एजुकेशन पॉलिसी के अकॉर्डिंग तीसरी, चौथी और पांचवीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए ‘नो फेल पॉलिसी’ जारी रहेगी। वहीं छठीं, 7वीं और 8वीं क्लास के बच्चों के लिए भी फेल नहीं करने की पॉलिसी लागू की जा सकती है, जिस पर फिलहाल संशय बना हुआ है। ड्राफ्ट के अनुसार, स्टूडेंट्स को अगली क्लास में अस्थाई एडमिशन तो दे दिया जाएगा, लेकिन पिछले पेपर्स की क्वालिटेटिव असेसमेंट के बाद ही प्रमोट किया जाएगा।
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