सोनभद्र।उर्जान्चल के एनसीएल कोयला खदानों में एनसीएल कर्मियों एवं सुरक्षा में लगे सुरक्षा प्रहरियों के मिली भगत से प्रतिदिन दर्जनों टेलर चोरी का कोयला के घटना डंके की चोट पर कार्य कर रहे कोलमाफ़िया।कमोवेश टेलरों से चोरी की गई कोयलों को पलटी के माध्यम से पुलिस व बन विभाग के संरक्षण में वाराणसी के मंडियों में बेचा जा रहा है।आलम यह है कि बिना कोल डिपो के भंडारण के लाइसेंस के गुरमुरा में पुलिस के नाक के नीचे चोरी के कोयले की खपाने की चर्चा भी है।
बताते चले कि सोनभद्र, एनसीएल बीना परियोजना में कोयले का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है एनसीएल सिक्योरिटी की मिलीभगत से बीना पुलिस चौकी के नाक के नीचे चल रहा है।कोयला माफिया एनसीएल जयंत,निगाही,गोरबी बीना एनसीएल परियोजना ने सिक्योरिटी व अधिकारी की मिलीभगत से आए दिन कोयला डीजल का काला कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है।जब प्रशासनिक दबाव या स्थानीय लोग पकड़ कर पुलिस को हवाले करते है तब जाकर कही कार्यवाही दिखती है।हालांकि प्रभारी निरीक्षक संज्ञान में नही है लेकिन बीना चौकी की पुलिस मासा अल्लाह है वे रात भर माफियाओं के साथ साठ गांठ बनाने में लगे रहते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज बुधवार एनसीएल कृष्णशिला परियोजना में बिना एंट्री की गाड़ी परियोजना के अंदर घुसी और कोयला लदी हुई खदान के अंदर पलट गई अभी तक कोई बड़ा हादसा होने का जानकारी नहीं मिला है मौके पर बीना पुलिस पहुंची व जांच में जुटी जानकारी के अनुसार पता चला है कि एनसीएल सिक्योरिटी वह आला अधिकारी की मिलीभगत से कोयले का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है जिससे राजस्व को प्रतिदिन लाखों का चूना लगाया जा रहा है इन कोयला माफियाओं के द्वारा देखना यह है कि क्या यह कोयले का काला कारोबार करने वाले माफियाओं के ऊपर शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस या उचित कार्रवाई करती है या लीपापोती करके छोड़ देती है।