प्रियंका ने पूर्व सांसद आनंदरत्न व पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह से की गुप्तगू
० बीजेपी, सपा-बसपा को लगेगा तगड़ा झटका, पूर्व एमएलसी राजदेव के लिए भी खुले कांग्रेस के दरवाजे
० आनंदरत्न व वीरेंद्र सिंह कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी शिवकन्या व अजय राय के जुटे प्रचार में
० प्रियंका ने दिया संकेत, मुस्लिम-पिछड़ों पर फोकस, लगाया आरोप-रिंग सेरेमनी के बाद दूल्हे बदल देती है भाजपा
विजय विनीत
वाराणसी। कांग्रेस नेत्री एवं पूर्वांचल की प्रभारी प्रियंका गांधी ने बनारस और चंदौली के कई दिग्गज विपक्षी नेताओं को अपने साथ मिला लिया है। रोड शो से पहले बीएचयू हवाई पट्टी पर उन्होंने भाजपा से तीन बार सांसद रहे आनंदरत्न मौर्य और बसपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह से मुलाकात की। साथ ही कांग्रेस में खास तबज्जो देने का संकेत दिया। इनके अलावा गाजीपुर के पूर्व एमएलसी व बसपा नेता राजदेव सिंह भी अब कांग्रेस की सियासत करेंगे। प्रियंका ने ये भी संकेत दिया कि उनकी पार्टी अब मुस्लिमों के साथ ही पिछड़े तबके के लोगों को ज्यादा अहमियत देगी।
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी बुधवार को बनारस पहुंचीं। उन्होंने बीएचयू हवाई पट्टी पर आनंदरत्न मौर्य, वीरेंद्र सिंह और राजदेव सिंह से मुलाकात की। साथ ही तीनों नेताओं से चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श भी किया। इन नेताओं ने चंदौली में कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा और बनारस में अजय राय के पक्ष में ताकत झोंकने की बात कही। इन्होंने श्रीमती गांधी को यह भी भरोसा दिलाया कि वो अपने समाज को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में लामबंद करके को थोक वोट दिलाएंगे। इनका इस्तीफा बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वे अपने समाज के बड़े चेहरे हैं।
प्रियंका गांधी से मिलने से पहले तीनों नेता खजुरी स्थित कांग्रेस कार्यालय में पहुंचे और पार्टी के नेताओं से विस्तार से गुपचुप बातचीत की। इन नेताओं के साथ इनके बड़ी संख्या में समर्थक भी शामिल थे। खबर है कि पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह और पूर्व सांसद आनंदरत्न मौर्य ने अपने समर्थकों के साथ चंदौली की प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा के पक्ष में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। इन नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी में घोर उपेक्षा की जा रही थी। सिर्फ मतलब निकलाने के लिए ही उन्हें पूछा जाता था। इनके पार्टी छोड़ने से भाजपा के अलावा बसपा को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद आनंद रत्न मौर्य ने बातचीत में कहा कि भाजपा, सपा-बसपा को उन लोगों से कोई मतलब नहीं है जो खेतों और बाग-बगीचों में दिन-रात मेहनत करते हैं। खासतौर पर कुशवाहा, पटेल, बिंद, मल्लाह, गोंड और सोनकर जाति के लोगों को भाजपा-सपा-बसपा पूछती ही नहीं है। भाजपा का हाल तो अजीब है, ये पिछड़े समाज का वोट लेने के लिए मंगनी पिछड़े वर्ग के नेता का करती है और जब शादी की बारी आती है तो दूल्हा ही बदल देती है। उन्होंने सवाल किया कि मौजूदा चुनाव को देखिए कांग्रेस के छोड़कर किस दल ने पिछड़ों को टिकट बांटने में महत्व दिया?
उधर, पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह ने भी कहा है कि चंदौली का सीन बदल गया है। राजपूत समाज अब कांग्रेस गठबंधन का साथ देगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा सांसद ने चंदौली में सबसे ज्यादा उपेक्षा राजपूत समाज कि की है। खबर है कि गुरुवार को बड़ी संख्या में पूर्वाचल के दिग्गजों को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर विधिवत सदस्यता ग्रहण कराएंगे।