सोनभद्र/दिनांक 13 मई, 2019।ईष्वर न करें कि दैवीय आपदा का सामना न करना पड़ें, हकीकत यह है कि दैवीय आपदा में हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती। हॉ इतना जरूर है कि दैवीय आपदा से बचने के उपाय की जानकारी होने पर आपदा की स्थिति में नुकसानी से काफी हद तक बचा जा सकता है इसके लिये जिला प्रशासन हर सम्भव प्रयास करेगी। लिहाजा वर्ष-2019 में संभावित सूखा के मद्देनजर सम्बन्धित विभाग सूखा से बचने, सूखा से धीरे-धीरे होने वाली नुकसानी से निपटने, जल का उचित प्रबन्ध करने, इंसान और जानवरों के पेयजल और बीमारियों से बचाव करने, पशुओं के चारा की व्यवस्था करने सम्बन्धी पहले दीर्घ कालीन योजना और दूसरे तात्कालिक उपायों से राहत प्रदान करके सूखा के प्रभाव को कम करने की कार्ययोजना एक सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत करें। उक्त निर्देश जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने जिला आपदा राहत समिति की अध्यक्षता करते हुए सम्बन्धितों को दियें। उन्होंने कहा कि वर्षा के पानी का अधिकतम उपयोग करने तथा जल संरक्षण करने, पानी के बहाव को कम करने, पानी की परंपरागत स्रोतों का जीर्णोद्धार करने, अवक्रमित वन भूमि, वनों की पुनर्स्थापना करने, मिट्टी की नमी को बनाये रखने, किसानी के साथ ही अन्य प्रकार के स्थानीय रोजगारों को बढ़ावा देने, स्वयं सहायता समूहों का गठन करके जल संरक्षण के प्रति जन जागरूकता करने, सूखा प्रबन्ध योजना बनाने, सूखा प्रवण क्षेत्र का चिन्हांकन करने, सूखा की स्थिति का अनुश्रवण करने आदि से सम्बन्धित दीर्घकालीन योजना व तात्कालिक उपायों से सम्बन्धित राहत पहुंचाये जाने सम्बन्धी कार्ययोजना एक सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत करना सुनिष्चित किया जाय। जिलाधिकारी श्री अग्रवाल ने पंचायत राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, नगर निकाय, ऊर्जा, सिंचाई, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,पशु पालन, खाद्य एवं रसद विभाग, कृषि विभाग सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों का दायित्वबोध कराते हुए कहा है कि स्थानीय जरूरत व लक्षणों के अनुरूप कार्ययोजना शासनादेशानुसार बनाकर प्रस्तुत किया जाय। वर्ष-2019 में संभावित सूखा हेतु कार्ययोजना तैयार किये जाने सम्बन्धी सभी बिन्दुओं को अपर जिलाधिकारी/प्रभारी अधिकारी दैवीय आपदा ने बिन्दुवार प्रस्तुत किया, जिस पर मंत्रणा करते हुए कार्ययोजना जमीनी जरूरत के मुताबिक प्रस्तुत करने के निर्देश सम्बन्धितों को दिये गये। बैठक में जिलाधिकारी श्री अग्र्रवाल के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0पी0 सिंह, उप जिलाधिकारी सदर यमुनाधर चौहान, दुद्धी डॉ0 कृपा शंकर पाण्डेय, घोरावल वी0पी0 तिवारी, डिप्टी कलेक्टर सुशील यादव, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई जी.बी. पाण्डेय, अधिशासी अधिकारीगण, जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय, जिला पूर्ति अधिकारी श्री राकेष तिवारी सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।