लखनऊ।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि ‘‘हार की बौखलाहट’’ से लगता है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा और स्व. अटल जी और लालकृृष्ण आडवाणी के संस्कार को पूरी तरह से भूल बैठे हैं । जिस तरह से उन्होंने आतंकवाद की बलिवेदी पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के लिये अपमानजनक और घटिया गाली भरा आरोप लगाया है, वह निन्दनीय है, दुःखद है और दुर्भाग्यपूर्ण है, तथा भारत की राजनीति में देश के अब तक के सभी प्रधानमत्रियों की गरिमा को कलंकित करने वाला है ।
श्री तिवारी ने कहा हे कि एक सामान्य संस्कार और परम्परा रही है कि जो व्यक्ति इस दुनिया में नही रहते, और विशेष रूप से जो देश के लिये शहीद होते हैं । उनका नाम आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है । परन्तु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्व. राजीव गांॅधी जी को गाली ही नहीं दी बल्कि उनके नाम पर बाकी बचे दो चरणों में चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे डाली है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि जिस तरह से भारतीय जनतापार्टी अब तक श्यामा प्रसाद मुखर्जी,पं. दीन दयाल उपाध्याय जी, अटल जी और आडवाणी जी की विरासत पर चुनाव लड़ती रही है, उसी तरह से कांगे्रस पार्टी भी महात्मा गांॅधी, पं. जवाहर लाल नेहरू, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार बल्लभ भाई पटेल, इन्दिरा गांधी जी और राजीव गांधी जी के नाम पर उनके सद्कर्मो पर हमेशा चुनाव लड़ती रही है । इसीलिये मोदी की ये चुनौती बेमानी है । यह मात्र कांग्रेस जनों को ही नहीं अपितु बहुत से वे लोग भी जो कांग्रेस से नहीं जुड़े हैं फिर भी वे राजीव को प्यार करते हैं, उन्हें आदर देते हैं और सूचना एवं प्रौद्योगिकी, 18 साल के युवाओं को मतदाधिकार, दल बदल विधेयक, पंचायतीराज ऐक्ट, महिलाओं, दलितों और पिछड़ों को आरक्षण देने जैसे अतुलनीय कार्यो के लिये, तथा देश के लिये उनकी शहादत का सम्मान करते हैं ।
श्री तिवारी ने कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय तक से मुकदमा चलाने की अपील खारिज होने के बाद भी राजीव जी के प्रति अपमानजनक भद््दी गाली देकर मोदी जी ने भारतीय जनतापार्टी की टीम के लिये ‘‘सेल्फ गोल’’ मार लिया है, और भारतीय जनतापार्टी की अपूर्णनीय क्षति की है । अब तक हुये चुनाव के रुझान से यह स्पष्ट हो गया है कि श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहे है और इसीलिये उन्होंने जान बूझकर ‘‘सेल्फ गोल’’ मार लिया है जिससे भारतीय जनतापार्टी का कोई दूसरा नेता भी जोड़- तोड़ करके प्रधानमंत्री न बन सके ।
काश ! आज अटल जी जिन्दा होते तो वे एक बार पुनः मोदी जी को ऐसा निन्दनीय बयान देने के लिये ‘‘राजधर्म और राष्ट्र धर्म’’ निभाने की नसीहत जरूर देते, जैसे विगत में उन्होंने मोदी जी को दिया था ।
श्री तिवारी ने राजीव जी के इस अपमान को देश के शहीदों की शहादत का अपमान बताया है, और मोदी जी की इस चुनौती को स्वीकार करते हुये जनता से अपील की है कि उनकी इस गाली का जवाब चुनाव में उनके विरुद्ध जनादेश देकर देश की जनता को देना चाहिए । मोदी जी की यह चुनौती प्रत्येक कांगे्रस जन को स्वीकार है ।