नई दिल्ली :।
दिल्ली में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर नए वाहनों का पंजीकरण बंद हो गया है। जो अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी। यह रोक वाहन नाम के एक सॉफ्टवेयर के अपग्रेड किए जाने की वजह से लगी है।
बता दें कि नए वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया दिल्ली में तीन मई से बंद है। दिल्ली में औसतन 950 से लेकर एक हजार की संख्या में रोजाना वाहनों का पंजीकरण होता है। वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया रुकने से डीलर के यहां से लोगों को वाहन खरीदने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
परिवहन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया के शुरू होने में अभी तीन से चार दिन लग जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि वाहनों के पंजीकरण के लिए वाहन नाम का एक सॉफ्टवेयर है। जिसकी मदद से गाड़ियों का पंजीकरण किया जाता है। वर्तमान समय में सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने का काम चल रहा है। हालांकि सॉफ्टवेयर के अपग्रेड के ट्रॉयल के दौरान बीच-बीच में डीलर वाहनों का पंजीकरण करा सकेंगे।
किस वजह से लगी पंजीकरण पर रोक
बता दें कि अब इस प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के अनुसार कोई भी वाहन शोरुम से तब ही बाहर निकलेगा। जब उस पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाहन के पंजीकरण के साथ लगी होगी। डीलर खरीददार को अस्थायी नंबर पर वाहन नहीं दे सकेंगे।
वाहन खरीददार को मिलेगी राहत
दिल्ली में वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है। अभी तक खरीददार को वाहन खरीदने के बाद नंबर प्लेट लगवाने के लिए दूसरी जगह पर जाना पड़ता था। जहां से उसको हाई सिक्योरिटी नंबर वाली प्लेट मिलती थी। अब वाहन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के साथ वाहन पंजीकृत होकर मिलेगा। खरीददार को दूसरी जगह जाना नहीं पड़ेगा।
वाहन कंपनी लगाकर देगी हाई सिक्योरिटी प्लेट
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने वाहन निर्माता कंपनियों को आदेश है कि शोरुम पर वाहन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के साथ ही भेजें। अब निर्माता कंपनी ही वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाकर देगी। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का एक यूनिक कोड होता है। जिसकी जानकारी वाहन निर्माता कंपनी को सॉफ्टवेयर पर पंजीकृत करानी होगी। जिससे वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।