श्रीलंका धमाकों में शामिल आतंकियों के कश्मीर आने का कोई रिकॉर्ड नहीं: भारत सरकार

★ श्रीलंका के सेना प्रमुख ने दावा किया था- सीरियल धमाके करने वाले आतंकी ट्रेनिंग के लिए कश्मीर गए थे

★ भारतीय सुरक्षा एजेंसी के अफसरों ने बताया कि हमें ऐसे कोई रिकॉर्ड नहीं मिले हैं, जिससे इस बात से सहमत हुआ जा सके

★ 21 अप्रैल को श्रीलंका के चर्चों और स्कूलों में आठ सीरियल ब्लास्ट हुए थे, इसमें 253लोग मारे गए थे

नई दिल्ली : भारत ने श्रीलंका के सेना प्रमुख के उस दावे को नकार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके देश में सीरियल धमाके करने वाले आतंकियों ने ट्रेनिंग के लिए भारत के कश्मीर का दौरा किया था। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के अफसरों ने बताया कि हमें ऐसे कोई रिकॉर्ड नहीं मिले हैं, जिससे इस बात से सहमत हुआ जा सके कि श्रीलंका में हमलों को अंजाम देने वाले आतंकी भारत आए थे।
अफसर ने बताया कि बम धमाकों के बाद आप्रवासी रिकॉर्ड की दोबारा जांच की गई है और कोई भी हमलावर कश्मीर नहीं गया था। उन्होंने बताया कि इस साल करीब एक दर्जन श्रीलंकाई नागरिक कश्मीर की यात्रा पर आए। इन सभी के दस्तावेजों की दोबारा जांच की जा चुकी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसकी भी आशंका है कि कोई आतंकी किसी दूसरे नाम से भारत आया हो। अगर श्रीलंका इस बारे में और सबूत दे तो इस मामले में निचले स्तर से जांच की जा सकती है।

कश्मीर के अलावाबेंगलुरु-केरल भी गए थे अफसर- सेना प्रमुख
इससे पहलेश्रीलंका के सेना प्रमुख महेश सेनानायके ने एक इंटरव्यू में कहा था आतंकियों ने ट्रेनिंग के लिए भारत के कश्मीर का दौरा किया था। खुफिया जानकारी के मुताबिक, आतंकी कश्मीर के अलावा बेंगलुरु और केरल के कुछ हिस्सो में भी गए थे।
उन्होंने कहा था, “मुझे पूरी जानकारी नहीं है कि आतंकियों के भारत जाने का मुख्य मकसद क्या था? लेकिन यह तय है कि वे किसी तरह की ट्रेनिंग या दूसरे आतंकी संगठनों से संपर्क साधना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि हमले को अंजाम देने के तरीके से लगता है कि आतंकियों ने इसकी साजिश स्थानीय नहीं बल्कि किसी बाहरी की मदद से बनाई। 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए 8 धमाकों में 253 लोग मारे गए थे। उनमें 10 भारतीयों समेत 39 विदेशी नागरिक भी शामिल थे।

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