सोनभद्र । नीति आयोग द्वारा देश के 115 अति पिछड़े जनपदों में शामिल सोनभद्र के मुख्यालय पर रहने वाला एक विशेष समुदाय जो पिछले चार दशकों से मतदाता सूची में नाम ना होने से मतदान से वंचित है जबकि एक विशेष जाति के लोग विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में विशेष पैकेज चलाया जा रहा है इसके बावजूद यह दलित समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है ।
एक तरफ जहां शासन-प्रशासन दिन-रात एक करके पूरी मशीनरी लगाकर शत प्रतिशत मतदान करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है और शत प्रतिशत मतदान करने का दंभ भी भर रहा है तो वही सोनभद्र मुख्यालय पर सदर विकास खण्ड के कम्हारी ग्राम पंचायत में घोरावल – सोनभद्र मार्ग के पटरियों पर पिछले 30 वर्षों से सैकड़ों की आबादी वाला दलित समुदाय निवास करने को मजबूर है। यह समुदाय 30 वर्षो से मतदान प्रक्रिया से वंचित है। उन्हें देखकर उनकी बातों को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो यह हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि किसी दूसरे देश के आये है जो उपेक्षित। यह लोग समाज से वंचित नही बल्कि सरकार ने भी ठुकरा दिया हो।
इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है जनपद में 25000 नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया वही गांव के रहने वाले परिवारों को देखना होगा कि वे लोग निकल रहे हैं या अलग तरीके से रह रहे हैं तो निश्चित जोड़ा जाएगा लेकिन यह लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं ।
सोनभद्र में रावर्ट्सगंज कोतवाली से महज 500 मीटर दूरी पर घोरावल मार्ग पर कम्हारी गांव की सड़क पर धरकार जाति के लोग विगत 40 वर्षों से सड़क के किनारे निवास करते चले आ रहे हैं फिर चाहे गर्मी हो या ठंड या फिर बरसात सड़क के किनारे टेंट तंबू लगाकर अपना जीवन यापन करते चले आ रहे हैं। यह लोग धरकार जाति के हैं और बाँस से दौरि, भौकि, पंखा बनाने का काम करते हैं। उनके परिवार की महिलाएं छोटे बच्चे भी इसी काम मे लगे हुए हैं जो सरकारी उपेक्षा के कारण स्कूल भी नहीं जा पाते । इन लोगों को अभी तक ना किसी सरकारी योजना का लाभ मिल सका है ना ही मतदान का अधिकार । जब इस विशेष जाति के लोगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में विशेष पैकेज आया हुआ है इसके बावजूद आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है ।
जब बस्ती के लोगों से बात किया गया तो बताया कि विगत 30 वर्षों से रह रहे हैं । एक बार कुछ लोगों द्वारा नाम लिस्ट में आया था लेकिन बाद में प्रधान ने कटवा दिया जिसके बाद से हम लोग वोट नहीं डाल पा रहे हैं । इसके लिए कई बार अधिकारियों और नेताओं से बात हुई लेकिन कोई असर नहीं पड़ता ।
वहीं एक बुजुर्ग ने तो ग्राम प्रधान पर अप शब्दों का प्रयोग करते हुए आरोप लगाया कि 17 लोगों का नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हुआ था लेकिन प्रधान ने कटवा दिया जिसके बाद से हम लोग लोकसभा , विधानसभा और ग्राम सभा में वोटिंग नहीं कर पाते हैं । हर मौसम में यही सड़क के किनारे जीवन यापन करते हैं यहां पर कोई सांसद या विधायक नहीं आता है।
इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है जनपद में 25000 नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया है रही बात तुम्हारी में रहने वाले परिवारों को तो देखना होगा कि वे लोग लीगल तरीके से रह रहे हैं या अन लीगल अगर अन लीगल तरीके से रह रहे हैं तो निश्चित जोड़ा जाएगा लेकिन जो जानकारी है यह लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं ।