बभनी सोनभद्र (अरुण पांडेय/ विवेकानंद)बभनी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अहीरबुडवा में पिछले तीन अप्रैल की रात्रि करीब दस बजे गीता देवी पत्नी लालता प्रसाद यादव उम्र करीब 25 वर्ष आपसी घरेलू कलह से तंग आकर अपने डेढ वर्षीय पुत्र आलोक कुमार को लेकर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली थी । रात में ही हल्ला मचा तो पति लालता प्रसाद यादव ने गीता देवी तथा पुत्र आलोक कुमार को दवा कराने के लिए अस्पताल ले गया जहां रास्ते में ही आलोक कुमार की मौत हो गई। बूरी तरह झुलसी गीता देवी जिंदगी और मौत से लड रही थी ।
गीता देवी का इलाज बीएचयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा था ।आज सुबह करीब साढे आठ बजे ट्रामा सेन्टर बी एच यू में महिला की मौत हो गयी ।05 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल ने अहीरबुडवा गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था और कहा था कि गीता देवी के पिता विंदेश्वरी यादव ने तहरीर दी है ग्रामीणों की बात मानें तो बताया गया कि तीन अप्रैल को रात्री करीब दस बजे पति लालता प्रसाद यादव ने गांव में ही छक कर शराब की नशे में धुत्त होकर घर आया और पत्नी गीता को आकर पहले तो डंडे से शर पर वार किया जब गीता देवी की शर फट गई तो वह कहने लगी कि अब हम ऐसे ही मर जाउंगी इससे अच्छा है मैं खुद मर जाऊं।इसी बीच मिट्टी का तेल पुरे शरीर में में डालकर आग लगा ली।विवेचना साफ हो जायेगा ।दोषियों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। महिला ने अपने बच्चे संग चाहे जिस भी स्थिति में आग लगायी हो मगर कुछ घण्टे में अबोध बालक की भयानक मौत और आज महिला की मौत ने परिजन सहित गांव को हिला दिया है ।गांव के लोग मां की ऐसी निर्ममता से स्तब्ध हो गये है।