सरकारी खाद्यान्न घर से 354 बोरी एफसीआई का गेहूं जप्त,आरोपी गिरफ्तार


जियावन । पुलिस अधीक्षक सिंगरौली *दीपक शुक्ला (भा.पु.से.) के निर्देश पर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंडे एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी एल.डी सिंह* के कुशल मार्गदर्शन पर विगत दिनांक 29 मार्च को ग्राम देवगवा में जिया में पुलिस द्वारा दोपहर में दबिश देकर भारी मात्रा में गरीबों को वितरित होने वाला *शासकीय फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया का खाद्यान्न गेहूं जप्त कर इस बड़ी कालाबाजारी* का भंडाफोड़ किया गया।
जियावन पुलिस के बताएं अनुरूप बीग दिनांक *29 मार्च को मुखबीर द्वारा सूचना मिली* थी कि रामनरेश पटेल निवासी ग्राम देवगवां का शासकीय दुकानों में आवंटित शासकीय खाद्यान्न का गेहूं कालाबाजारी के लिए अपने घर में काफी मात्रा में छुपा कर रखा हुआ था। इस मामले की सूचना पर रामनरेश पटेल के मकान में दबिश दी गई जो देवगवां स्थित मकान में रामनरेश पटेल स्वत: मौजूद मिला। घर के बरामदे में कुछ बोरियों में खाद्यान्न मिला जो रामनरेश स्वत: बोरियां बदलता हुआ मिला। जिससे पूछताछ करने पर ना नुकुर करता रहा लेकिन पुलिस के कड़ाई से पेश आने पर बताया कि उसका ट्रक देवसर में एफसीआई गोडाउन से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न के हूं पहुंचाने के कार्य में लगा है जो उसी का खाद्यान्न को बचाकर कालाबाजारी के लिए रखा है तथा घर की पूर्ण रूप से तलाशी पर जब एक कमरे का कहीं से जब दरवाजा नहीं मिला तो पुलिस को गहरा संदेह हुआ जिस पर गहराई से छानबीन किया गया तो एक जगह दीवाल में हाल की छपाई पुताई का निशान मिला उसे लकड़ी के लट् से ठोका गया जो अन्य जगहों के आवाज से भिन्न आवाज मिलने पर संदेह हुआ और उस स्थान को तोड़ कर देखा गया तो पूरा कमरा एफसीआई के बोरियों से भरे हुए गेहूं से पटा था। जिसका जवाब रामनरेश नहीं दे पाया जो रामनरेश की ही निशानदेही पर बोरियों में नंबरिंग कर जब्ती की गई एवं गेहूं को तुलवाकर एक अन्य ट्रक का बंदोबस्त कर *कुल गेहूं की मात्रा 354 बोरी जिस का भजन 23 सौ क्विंटल था जिसकी कुल कीमत चार लाख,पंद्रह हजार नौ सौ आठ रुपए* का जप्त किया जाकर थाना लाया गया एवं *रामनरेश पटेल पिता कालू राम पटेल निवासी ग्राम देवगवा के विरुद्ध अपराध क्रमांक 128/धारा 407,414,411, के तहत एवं 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम का अपराध पंजीबद्ध* कर आरोपी रामनरेश को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया तथा वहां से जिला जेल के लिए भेजा गया।
*पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हुयी मुखबिरी–*
मामले की जानकारी प्राप्त होने पर *पुलिस अधीक्षक सिंगरौली दीपक कुमार शुक्ला (भारतीय पुलिस सेवा) को मुखबीर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई।* थी जो मामले को जानकारी थाना प्रभारी जियावन को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया जहां थाना प्रभारी ने दल बल के साथ दबिश देकर मामले को गंभीर लेते हुए तत्परता से कार्रवाई की गई।
*इस संपूर्ण कार्यवाही में महत्वपूर्ण योगदान–*
इस कार्रवाई में *थाना प्रभारी जियावन निरीक्षक अनिल उपाध्याय उप निरीक्षक सरनाम सिंह,बी.सी बिश्वास,सहायक उपनिरीक्षक रमा निवास मिश्रा, प्रधान आरक्षक तेज बहादुर सिंह, उमेश द्विवेदी, महिला प्रधान आरक्षक संतोषी सिंह ,आरक्षक आशीष दुबे दी महिला आरक्षक किरण सिंह* का योगदान रहा।

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