@भीमकुमार
दुद्धी। भारत सरकार ने दुद्धी के निवासी डॉ हनीफ खान शास्त्री को साहित्य और शिक्षा के बीच असाधारण फर्क को समझाने के सेवा देने के लिए पद्मश्री अवार्ड से आज राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया। जिससे स्थानीय लोगों में हर्ष का माहौल है ।डॉ हनीफ खान शास्त्री दुद्धी के ऐसे पुरुष है जो वाराणसी के संपूर्णानंद विश्ववविद्यालय से संस्कृत से एमए की और गीता पुराण के बारे में गहनता से अध्यन किया और आचार्य व शास्त्री व डॉक्टरेट की डिग्री हासिल कीया।जो बाद में संस्कृत के प्रकांड विद्वान बने।इन्होंने नई दिल्ली के राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान डीम्ड यूनिवर्सिटी में बतौर संस्कृत के प्रोफ़ेसर अपनी सेवाएं दी।
अपने जीवन में अभी तक उन्होंने मोहनगीता, गीता और कुरान में सामंजस्य , वेद और कुरान से महामंत्र गायत्री और सूरह फातिहा ,वेदों में मानव अधिकार,मेलजोल, महामंत्र गायत्री का बौद्धिक उपयोग,श्रीमद्भगवत गीता और कुरान ,विश्वबंधुत्व का प्रत्यक्ष प्रमाण आदि किताबों को लिखा और हिन्दू मुस्लिम एकता सूत्र में बांधे रखने में मिसाल कायम की।जिनको देश के विभिन्न अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।डॉ हनीफ का नाम पदमश्री अवार्ड के लिए चयनित होने पर कस्बे के हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई वर्ग के लोंगो में हर्ष है। वहीँ आज नगर में डॉ शास्त्री के भांजे भाजपा मंडल अध्यक्ष ने लोगो को मिठाई खिलाकर बधाई का संदेश दे रहे है।
डॉ हनीफ शास्त्री के साथ भीम कुमार पत्रकार एस एन सी उर्जान्चल न्यूज़