नई तकनीकों से होगा पर्यावरण संरक्षण:  पी. एम. प्रसाद

*खतरनाक कचरे से निपटने के तौर-तरीकों पर हुई एनसीएल में कार्यशाला

अनपरा सोनभद्र। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने बुधवार को “पर्यावरण एवं खतरनाक कचरा (हैज़ारडस वेस्ट) नियम ” विषय पर जयंत क्षेत्र के अधिकारी मनोरंजन केंद्र में एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) पी. एम. प्रसाद बतौर मुख्य अतिथि और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी, सिंगरौली एस.डी. वाल्मीकि बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि श्री प्रसाद ने कहा कि एनसीएल पर्यावरण के क्षेत्र में सदैव सजग रही है और कंपनी पर्यावरण संरक्षण हेतु नई तकनीकों का आवश्यतानुसार प्रयोग करने हेतु निरंतर प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस तरह की कार्यशालाओं के आयोजन से पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। श्री वाल्मीकि ने एनसीएल द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

कार्यशाला में ‘पर्यावरण एवं खतरनाक कचरा प्रबंधन नियम 2016’ के विभिन्न प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही, कंपनी की खदानों से सबंधित पर्यावरण एवं खतरनाक कचरे के प्रबंधन के नए तरीकों व संभावनाओं पर भी चर्चा की गयी।

कार्यशाला में एनसीएल के महाप्रबंधक (पर्यावरण) श्री डी. श्रीवास्तव, जयंत क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री संजय मिश्रा, जयंत क्षेत्र के सभी विभागाध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में अन्य कोयला क्षेत्रों से आए अधिकारीयों ने भाग लिया।

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