कभी न हारी, वह है नारी
शक्तिनगर/सोनभद्र साहित्यिक,सामाजिक संस्था सोन संगम के तत्वावधान में, अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संगम शापिंग काम्प्लेक्स परिसर, एनटीपीसी शक्तिनगर में 08 मार्च, 2018 की शाम एक विचारगोष्ठी एवं कवयित्री सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संजीवनी चिकित्सालय, शक्तिनगर की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ0 वर्तिका कुलश्रेष्ठ रहीं, जबकि संचालन संस्था के सचिव डॉ0 मानिक चन्द पाण्डेय ने किया। विचारगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डॉ0 वर्तिका कुलश्रेष्ठ ने स्त्री एवं पुरुष की जैविक एवं मानसिक संरचना को भिन्न-भिन्न बताते हुए नारी सशक्तीकरण के संतुलित एवं समावेशी होने की आवश्यकता पर बल दिया। विजयलक्ष्मी पटेल ने कहा कि नारी आज किसी मायने में पुरुषों से पीछे नहीं है। सुधा राव, सुमित्रा कुमारी एवं दीपाली त्रिपाठी ने भी अपने विचार साझा किये।
कवयित्री सम्मेलन में श्रोताओं ने एक से बढ़कर एक कविताओं का रसास्वादन किया। जयंत, सिंगरौली से पधारीं युवा कवयित्री कोरल वर्मा की कविता ‘कभी न हारी, वह है नारी’ को श्रोताओं ने खूब सराहा तो बैढ़न, सिंगरौली से आयीं विजयलक्ष्मी शुक्ला ने ‘नीर भरे नयनन में नारी, निहार रही निज भाग्य की रेखा’ मार्मिक कविता सुनाकर नारी के संघर्ष को रेखांकित किया। कार्यक्रम में गृहणियों एवं कामकाजी महिलाओं को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। उक्त अवसर पर संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष नवीन चन्द्र श्रीवास्तव, पाणि पंकज पाण्डेय, डा छोटेलाल जायसवाल, विजय दुबे, माहिर मर्जापुरी, बहर बनारसी, मुकेश, छोटू, अंकिता आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।प्रो अनिल दुबे के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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