नई दिल्ली. भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मंशा नहीं है। वह लगातार झूठ बोल रहा है। 26 फरवरी को भारत की एयर स्ट्राइक के जवाब में अगली सुबह पाक ने भारत पर हवाई हमला किया था, जिसेभारतीय वायुसेना ने नाकामयाब कर दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक-भारत के दो विमान गिराने का पाकिस्तानी दावा झूठा है।पाक ने इस दौरान एफ-16 का इस्तेमाल किया था। भारत के पास इसके इलेक्ट्रानिक सबूत और गवाह मौजूद हैं,जो उसे बेनकाब करता है।
‘पाक दूसरे एयरक्राफ्ट को गिराने के सबूत क्यों नहीं देता’
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, “अगर पाकिस्तान दावा करता है कि उसके पास दूसरे एयरक्राफ्ट को गिराने के सबूत हैं तो वह इसके वीडियो और फोटो शेयर क्यों नहीं करता? हमारे पास सबूत हैं कि पाक ने भारत पर हमले के लिए एफ-16 विमान इस्तेमाल किया। पाकिस्तान को यह बताना चाहिए कि वह एफ-16 के गिराए जाने की बात से क्यों मुकर रहा है? हमने इस बारे में अमेरिका को भी सूचना दी है। पुलवामा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत के साथ खड़ा है। पाकिस्तान से भी आतंक का सफाया करने के लिए कहा गया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इसके लिए निंदा प्रस्ताव पास किया था। इसमें सीधे जैश-ए-मोहम्मद का नाम लिया गया था। यूएन की प्रेस रिलीज में भी यह कहा गया था।
‘पाक अपने लोगों को बचा रहा है’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि बीबीसी को दिए इंटरव्यू में शाह महमूद कुरैशी ने कुछ बयान दिए थे। क्या पाकिस्तान अपने लोगों को बचा रहा है? चुनाव जीतने के बाद पाक प्रधानमंत्री ने कहा था कि वो किसी भी तरह से आतंकियों को अपनी जमीन इस्तेमाल नहीं करने देंगे। लेकिन अभी तक उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के बारे में सभी को पता है। जैश ने खुद हमले की बात कबूली लेकिन पाकिस्तान यह मानने के लिए तैयार नहीं है। वह बिल्कुल जैश के प्रवक्ता काम कर रहा है।”
‘अपनी ही बातों से मुकर जाता है पाक’
रवीश के मुताबिक, “26 फरवरी के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मांग के बाद पाक ने अपने यहां मौजूद आतंकियों पर कार्रवाई की बात कही थी। पाक के विदेश मंत्री ने भी कहा था कि जैश सरगना मसूद अजहर उनके यहां मौजूद है। इससे पहले पाक आर्मी के प्रवक्ता ने कहा था कि जैश की उनके यहां कोई मौजूदगी नहीं है जबकि उनके पूर्व राष्ट्रपति (परवेज मुशर्रफ) कह चुके हैं कि कई बार जैश की मदद से भारत पर हमले कराए गए। इससे पता चलता है कि पाक अपनी ही बातों से कैसे मुकर जाता है।”
‘सिर्फ करतारपुर पर ही बात होगी’
रवीश ने बताया कि पाक ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए होने वाली मीटिंग पर कुछ संशय पैदा किया है। हमने कभी उनसे इस मामले पर मुलाकात से इनकार नहीं किया। लेकिन करतारपुर पर बातचीत के दौरान सिर्फ करतारपुर ही चर्चा का मुद्दा होगा और किसी मामले पर उनसे बात नहीं की जाएगी।
“अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव के मामले में पाकिस्तान हमेशा दुनिया में सबसे नीचे रहा है। इसलिए वो हमें इस बारे में सलाह देने से पहले अपने यहां ध्यान दे। वहां अल्पसंख्यकों की हालत बेहद खराब है।”
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