एजुकेशन डेस्क. आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। इस साल यह दिवस ‘थिंक इक्वल, बिल्ड स्मार्ट, इनोवेट फॉर चेंज’ की थीम के साथ दुनियाभर में मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर जानिए ऐसी महिला अधिकारियों के बारे में जिन्होंने देशमें बदलाव लाने के साथ लोगों को प्रेरित भी किया।
- अरुणा सुंदरराजन केरल कैडर की 1982 बैच की आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने केरल में ई-गवर्नेंस के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके लिए उन्हें फोर्ब्स मैगजीन ने एक ऐसे आईएएस अधिकारी के रूप में वर्णित किया गया है जो एक बिजनेसवुमन की तरह सोचती हैं।
- पूनम माल्कोंदेया 1988 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। पूनम एक ईमानदार और समर्पित अधिकारी के तौर पर जानी जाती हैं। ये बेहद साधारण और सशक्त महिला हैं जिन्हें हाल ही में हुए इंडिया टुडे सर्वे में भारत की तीसरी सबसे ईमानदार IAS अधिकारी का सम्मान मिला है।
- शांता शीला नायरवर्ष 1973 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह एक प्रशासक के रूप में जानी जाती हैं, जिन्होंने 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों में चेन्नई को पानी के संकट से बचाया था, ताकि विशेष जल निकासी टैंक और समर्पित पाइप के साथ वर्षा जल संचयन को अनिवार्य बनाया जा सके। दिशानिर्देशों का पालन ना करने पर लाइसेंस निरस्त किए जाने थे।
- मुग्धा सिन्हा वर्ष1999 बैच की राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। वे झुंझुनूं की पहली महिला कलेक्टर थीं।
- मुग्धा को इंडिया टुडे के सर्वेक्षण में उन्हें भारत के चौथे ईमानदार IAS अधिकारी के रूप में सम्मानित किया गया।
- स्मिता सबरवाल वर्ष 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।वेतेलंगाना कैडर में जन्मी हैं। वह लोगों को शामिल करके नागरिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए लोगों के अधिकारी के रूप में लोकप्रिय है।
- वह भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
- वारंगल में नगर निगम आयुक्त के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने “फंड योर सिटी” परियोजना चलाई थी जिसके लिए उन्हें जाना जाता है।
- दुर्गा शक्ति नागपाल वर्ष 2009 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की एक अधिकारी हैं। उन्होंने आईएएस के पंजाब कैडर से शुरुआत की और जून 2011 में मोहाली प्रशासन में शामिल हुईं।
- दुर्गा रेत और भूमि माफियाओं के खिलाफ किए गए कामों के लिए जानी जाती हैं। पंजाब में बतौर प्रशिक्षु IAS अधिकारी के तौर पर उन्होंने मोहाली में एक भूमि घोटाले का खुलासा किया था।
- संजुक्ता पराशर असम में वर्ष 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। अपने कार्यकाल के 15 महीनों के भीतर, सख्त पुलिस ने 16 आतंकवादियों को मार गिराया, लगभग 64 अपराधियों को गिरफ्तार किया और अवैध हथियार और गोला-बारूद के टन जब्त किए।