जयपुर.आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति निषेध यूनिट ने मजदूर के नाम पर खरीदी गई करीब 100 करोड़ की 15 संपत्तियों को अटैच कर लिया। एक बैंक खाता भी अटैच किया गया है। यहसंपत्तियां जयपुर-दिल्ली हाईवे पर कूकस और खोरामीणा गांवों में थीं। इन गांवों में करीब साढ़े दस हैक्टेयर बेनामी जमीन अटैच की गई है।
-
विभाग ने इस वर्ष जनवरी में ओम ग्रुप पर सर्च किया था। इस दौरान सबूत मिले थे कि ग्रुप के प्रमुख ओमप्रकाश अग्रवाल ने सवाई माधोपुर मैनपुरा के रामसिंह मीणा के नाम से जयपुर-दिल्ली हाईवे पर जमीनें खरीदी हैं। विभाग के अनुसार रामसिंह मजदूर है।रामसिंह की हैसियत इतना बड़ा निवेश करने की नहीं थी। इसलिए यह मामला जांच के लिए बेनामी निषेध यूनिट को सौंपा गया।
-
यूनिट की जांच में यह सामने आया कि ओमप्रकाश अग्रवाल ने इन जमीनों को खरीदने के लिए रामसिंह के नाम से जयपुर में सरदार पटेल मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक में एक खाता खुलवाया और इस खाते में नकद राशि जमा करवाकर या अपने ग्रुप की अन्य कंपनियों से लोन की एंट्रीज लेकर उसके नाम से 15 जमीनें खरीदी।
-
जमीनें खरीदने के लिए रामसिंह के सभी विक्रय पत्रों पर ओमप्रकाश अग्रवाल के एक रिश्तेदार और विश्वासपात्र राजेश काबरा ने हस्ताक्षर किए। अग्रवाल ने रामसिंह मीणा से राजेश काबरा के नाम पर पॉवर ऑफअटॉर्नी भी दिलवा रखी थी।