इस्लामाबाद. भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की भारत में सुरक्षित वापसी कराने के बाद पाकिस्तान के लोग अपने प्रधानमंत्री इमरान खान को शांति का नोबेल पुरस्कार देने की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेकर इमरान ने पहली बार कोई प्रतिक्रिया दी है और एकबार फिर कश्मीर का राग छेड़ दिया है। एक ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि वे इस सम्मान के लायक नहीं है, और ये उसे मिलना चाहिए जो कश्मीर की समस्या का शांतिपूर्ण हल निकाल सके।
इमरान ने ट्वीट में छेड़ा कश्मीर राग…
– इमरान ने किए अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं नोबेल शांति पुरस्कार के योग्य नहीं हूं। इसके योग्य तो वो शख्स होगा जो कश्मीर विवाद का हल कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार निकालेगा और उपमहाद्वीप में शांति और मानव विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।'
– बता दें कि इमरान ने संसद में अभिनंदन को छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि उनका ये कदम शांति की दिशा में उठाया जा रहा है। इसके बाद से ही पाकिस्तानी लोग उन्हें शांति का मसीहा बताते हुए नोबेल पुरस्कार देने की मांग कर रहे हैं।
इसलिए पाकिस्तानी बता रहे शांति का मसीहा
– जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारीजैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद 26 फरवरी को भारत ने पीओके(पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के बालाकोट में जैश के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। जिसमें 350 आतंकियों के मारे जाने की खबरें थीं।
– भारत की कार्रवाई के अगले ही दिन यानीबुधवार (27 फरवरी) को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने भारत में घुसपैठ की थी। जिसके बाद एक लड़ाकू विमान का पीछा करते हुए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान एलओसी के पारपाक सीमा में चले गए थे।
– इस दौरान उनका मिग-21 विमान क्रैश हो गया था, और वे पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में आ गए थे। हालांकि विमान क्रैश होने से पहले उन्होंने पाकिस्तान का F-16 लड़ाकू विमान गिरा दिया था।
– पाकिस्तान की गिरफ्त में आने के 28 घंटे बाद ही वहां के पीएम इमरान खान ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि हमारी ओर से शांति के कदम के तौर पर अभिनंदन को शुक्रवार को रिहा कर दिया जाएगा। तब से ही उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग उठ रही है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
[ad_2]Source link