विदेशी कंपनी द्वारा मंदिर तोड़े जाने का मामला तुल पकड़ते ही पहुचे एडीएम,त्वरित मंदिर सुंदरीकरण का दिया निर्देश

ओबरा/सोनभद्र। ओबरा सी परियोजना का निर्माण कर रही मेसर्स दुशान पावर द्वारा लगभग पांच दशक से झरिया नाला स्थित माँ काली मंदिर परिसर की बॉउंड्री, स्टोर रूम सहित उसमे स्थापित छोटी शिव मंदिर तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है।सोमवार को जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल के निर्देश पर नवागत अपर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने मां काली मंदिर का निरीक्षण किया।

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निरीक्षण के दौरान नवागत सदर एसडीएम यमुना धर चौहान, ओबरा तापीय परियोजना के सीजीएम इं सीपी मिश्र भी मौजूद रहे। एडीएम श्री सिंह ने सीजीएम सीपी मिश्रा को निर्देशित किया कि मंदिर को नही तोड़ा जाएगा।मंदिर यथावत रहेंगा।मंदिर परिसर की टूटी बॉउंड्री को सुव्यवस्थित कर सुंदरीकरण कराया जाए। मां काली मंदिर समिति के प्रबंधक अभिषेक पांडे ने बताया कि दुसान कंपनी द्वारा मंदिर तोड़ने की नियत से  शुक्रवार की देर रात मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया। मंदिर पर विश्राम कर रहेे पुजारी कि अचानक नींद खुल गई  जिनके द्वारा शोर मचाए जाने पर कंपनी के  अधिकारी  मौके से फरार हो गए। नहीं तो पूरा मंदिर ध्वस्त हो जाता।
बता दे कि शुक्रवार की देर रात मेसर्स दुशान पावर सिस्टम के जिम्मेदारों द्वारा बुलडोजर से मंदिर परिसर के चाहरदिवारी आदि के ध्वस्त कर दिया गया था जिसके बाद आक्रोशित हुए मंदिर समिति के पदाधिकारी समेत विश्व हिंदू महासंघ, हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने मेसर्स दुशान सिस्टम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसकी जानकारी संगठनों ने जिलाधिकारी सहित अपने प्रदेश नेतृत्व को दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारी ने मंदिर समिति के लोगों को तत्काल कलेक्ट्रेट बुलाकर वार्ता की। जहां उन्होंने  वार्ता के पश्चात अपर जिलाधिकारी  को  सोमवार को  मौके पर जाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान मंदिर समिति के  महेश पांडे, तरुण गोयल, विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष सत्यप्रकाश पांडे, कानूनगो अमरेश सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल राजेश मिश्रा, अधीक्षण अभियंता निर्माण सी सिविल यूसी मिश्रा, ओबरा थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

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