नॉर्दर्न कोल्फील्डस लिमिटेड (एनसीएल) का जयंत क्षेत्र अपना कोयला उत्पादन, प्रेषण (डिस्पैच) एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए उत्कृष्ट कर्मचारियों के प्रोत्साहन स्वरूप उन्हें सम्मानित करने से लेकर भारी मशीनों (एचईएमएम) के बेड़े को बढ़ाने जैसे प्रयास तेजी से कर रहा है। उत्कृष्ट कर्मचारियों के सम्मान हेतु आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों में एनसीएल के आला अधिकारी कर्मचारियों के प्रोत्साहन हेतु शिरकत कर उन्हें स्वयं सम्मानित कर रहे हैं।जनवरी 2019 में कोयला उत्पादन एवं प्रेषण कार्यों से जुड़े उत्कृष्ट कर्मचारियों के सम्मान में मंगलवार को जयंत क्षेत्र के कोयला सेक्शन, बुधवार को पश्चिमी अनुभाग और गुरुवार को पूर्वी अनुभाग में समारोह आयोजित किए गए। पश्चिमी अनुभाग में आयोजित कार्यक्रम में एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी॰ एम॰ प्रसाद ने और कोयला सेक्शन एवं पूर्वी सेक्शन में आयोजित कार्यक्रम में जयंत क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री संजय मिश्रा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री पी॰ एम॰ प्रसाद ने सभी कर्मचारियों को उनके बेहतरीन कार्य निष्पादन के लिए बधाई दी। साथ ही, उन्होंने कहा कि अपने कुशल, मेहनती एवं कार्य के प्रति पूरी तरह से समर्पित कर्मचारियों की बदौलत ही जयंत क्षेत्र ने कोयला उत्पादन एवं प्रेषण के बड़े-बड़े कीर्तिमान स्थापित कर कोल इंडिया परिवार में अपनी खास जगह बनाई है।
जयंत के मशीनी बेड़े को मिला विस्तार
गुरुवार को जयंत क्षेत्र की फील्ड वर्कशॉप में क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री संजय मिश्रा ने बतौर मुख्य अतिथि 100 टन क्षमता के दो नए डंपर राष्ट्र को समर्पित किए। दो नए डंपर के शामिल होने के साथ जयंत क्षेत्र के मशीनी बेड़े को और विस्तार मिला है तथा क्षेत्र में अब कुल 90 डंपर कार्यरत हैं। एनसीएल में 100 टन क्षमता के 103 नए डंपर की कमीशनिंग करने की प्रक्रिया में अकेले जयंत क्षेत्र को 39 डंपर आवंटित हुए हैं, जिनमें से गुरुवार को आए 2 डंपर सहित अभी तक 25 डंपर की कमीशनिंग हो चुकी है और शेष 14 डंपर जल्द ही क्षेत्र के मशीनी बेड़े में शामिल होंगे। नए डंपर आने से जयंत क्षेत्र में कोयला उत्पादन एवं प्रेषण को और भी गति मिली है।
गौरतलब है कि जयंत क्षेत्र को वर्ष 2018-19 में 17 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। क्षेत्र ने चालू वित्त वर्ष में 22 फरवरी तक 16.10 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में किए गए 13.77 मिलियन टन कोयला उत्पादन से लगभग 17 प्रतिशत अधिक है।