विमान क्रैश होने पर पैराशूट लेकर कूद गया पायलट, लहूलुहान होकर जमीन पर गिरा तो एक नागरिक ने थाम लिया उसका हाथ, कहा- हौसला रखिए सर, कुछ नहीं हुआ

[ad_1]


नेशनल डेस्क। बेंगलुरु. यहां बुधवार से शुरू होने वाले एयर शो से पहले रिहर्सल के दौरान वायुसेना के दो सूर्यकिरण विमान क्रैश हो गए। हादसा मंगलवार सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर येलाहंका एयरबेस पर हुआ। क्रैश हुए विमानों के पायलटों में से एक की मौत हो गई, जबकि दो पायलट जान बचाने में कामयाब हो गया। एक नागरिक के जख्मी होने की भी खबर है। ये विमान सूर्यकिरण एयरोबेटिक्स टीम के थे। सूर्यकिरण विमान का 2011 में इस्तेमाल बंद कर दिया गया था। हालांकि, 2015 में इन्हें दोबारा वायुसेना में शामिल कर लिया गया।विमान जिस तरह से अचानक जमीन पर आए उसे देखकर माना जा रहा है कि इनके इंजन हवा में ही बंद हो गए थे। जमीन पर गिरते ही उनमें आग लग गई। कुछ मलबा भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) के परिसर के पास गिरा।

करतब के दौरान हो जाते हैं हादसे
सूर्यकिरण टीम की ओर से करतब दिखाने के दौरान कई बार हादसे हो जाते है। मार्च 2006 में बीदर के निकट अभ्यास के दौरान एक विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में विंग कमांडर धीरज भाटिया और स्क्वाड्रन लीडर शैलेन्द्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसी तरह जनवरी 2009 में बीदर में ही एक प्रदर्शन के दौरान विंग कमांडर आरएस धालीवाल का विमान क्रैश हो गया था।

450 से ज्यादा शो कर चुका सूर्यकिरण
टू-सीटर सूर्यकिरण विमान एयरफोर्स की एयरोबेटिक्स टीम का हिस्सा है, जिसका इस्तेमाल सेना में प्रशिक्षण के लिए किया जाता है। इसकी रफ्तार 450 से 500 किलोमीटर तक होती है। 27 मई 1996 को कर्नाटक के बीदर में सूर्यकिरण टीम का गठन किया गया था। 1998 में बेंगलुरु में हुए एयर शो में इसने करतब दिखाए। इसके बाद श्रीलंका से लेकर सिंगापुर तक इसके 450 से ज्यादा शो हुए।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


surya kiran aerobatics 2 aircrafts crash live news update from bangaluru

[ad_2]
Source link

Translate »