सोनभद्र। 14 फरवरी संगीतमय रामकथा के चौथे दिन के प्रसंग में प्रख्यात कथावाचक दिलीप कृष्ण भारद्वाज महाराज ने राम जन्मोत्सव के आगे के प्रसंग में श्री राम बाल चरित्र पर अपना व्याख्यान देते हुए बड़ा ही मार्मिक प्रसंग की चर्चा किया महाराज ने कहा कि श्री राम के बाल रूप को देखने हेतु स्वयं शंकर जी एवं काग भुसुंडि जी स्वयं तांत्रिक के रूप में आते हैं तमाम देवता गण विविध रूप में हो जाते हैं
कहते हैं मांस दिवस का दिव सभा मरम न जाना कोई मानव सृष्टि ही ठहर जाती है इस अवसर पर माताओं ने सोहर गाया कहते हैं हरि अनंत हरि कथा अनंता प्रभु तो धरती पर आए हैं लीला करने जिस बालरूप को देखने हेतु देवता मुनि गंधर्व किन्नर जन्मो जन्म तपस्या करते हैं वह अयोध्या वासियों को सहज में प्राप्त है कल की कथा में राम विवाह का प्रसंग होगा ज्ञातव्य हो महाराज जी भारत ही नहीं
विदेश में भी अपने प्रवचन से सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार करते रहते हैं आज की कथा के मुख्य यजमान प्रमोद गुप्ता एवं सौभाग्यवती डॉक्टर सीमा गुप्ता तीन मुख्य अतिथि रमेश मिश्रा गोविंद यादव बबलू चौबे विधायक भूपेश चौबे जी विशेष उपस्थिति
वीरेंद्र जायसवाल चेयरमैन नरसिंह त्रिपाठी प्रांत संयोजक संत समाज विभाग संयोजक सतीश पाठक जी सुनील सिंह आशुतोष चतुर्वेदी अनुज केडिया श्री गोपाल कृष्ण चौबे कुँवर चौबे सुशील पाठक किशोर केडिया मोहनलाल केशरी राजकुमार जलान मंजू गिरी संरक्षक अशोक मिश्रा मीडिया प्रभारी अनूप जी कार्यसमिति सदस्य श्रवण जी विनय श्रीवास्तव जिला महामंत्री भारतीय जनता युवा मोर्चा अजीत रावत जी जिला अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा ओमप्रकाश दुबे जी अभिषेक गुप्ता जी सभासद मुरारी गुप्ता जी पूर्व चेयरमैन रावटसगंज श्याम जी उमाशंकर जी अमन वर्मा जी की उपस्थिति रही।